14 अप्रैल और 23 जून की सीसीटीवी फुटेज की समानता से स्पष्ट हो रहा है कि युवती हर शनिवार को महाराज के पास आती रही। उनका कहना है कि युवती ने सहारनपुर में प्रेस को दिए बयान में कहा था कि 14 अप्रैल को अनुपम जैन ने उसे एक घंटा कमरे में बैठाने का टारगेट दिया था और वह एक घंटे बाद रुड़की चली गई, जबकि 14 अप्रैल की फुटेज के मुताबिक वह पूरी रात वहीं रही। वीडियो वायरल होने पर वह लापता हो गई थी।
परिवार की रिपोर्ट लिखवाने के बाद युवती अचानक सामने आ गई। जैन समाज के लोगों के एडीजी से मिलने के बाद युवती सहारनपुर में मीडिया के सामने आई और मनगढ़ंत कहानी सुनाते हुए समाज व प्रशासन को गुमराह किया।
यह भी देखें-जैन मुनि नयन सागर महाराज में नया मोड़ लड़की ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहीं यह बातें उन्होंने आरोप लगाया कि युवती व महाराज मिले हुए हैं और लड़की आज भी उसके किसी परिचित के पास है। इस प्रकरण पर फैसले के लिए चंडीगढ़ में गुरुवार को भी कमेटी का गठन नहीं हो सका। कमेटी गठित करने के लिए 20 सितंबर की तारीख तय की गई थी। चंडीगढ़ जैन समाज के मंत्री एसके जैन का कहना है कि नाम नहीं मिल पाने के कारण गुरुवार को कमेटी का गठन नहीं हो सका।