जब मामला उच्चाधिकारियों के सामने आया तो लखनऊ फोन पहुंच गया और पूरी मामले की जानकारी दी गई। इसके बाद नोएडा पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया। पुलिस विभाग की ओर से मिली जानकारी के अनुसार, सोशल मीडिया पर वायरल प्रकरण में कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर में नियुक्त निरीक्षक शावेज खान व मुख्य आरक्षी अमरीश कांत यादव को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है।
इसके अलावा कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर की पूरी स्वाट टीम को भंग करके लाइन हाजिर कर दिया गया है। इनकी सम्पत्तियों की जांच के आदेश दिए गए हैं साथ ही मेरिट के आधार पर नई स्वाट टीम के गठन के लिए अपर पुलिस आयुक्त कानून एवं व्यवस्था को निर्देशित कर दिया गया है।
हालांकि यह कार्रवाई एक सीसीटीवी सुबूत के आधार पर की गई है। वहीं जांच के आदेश डीजीपी, यूपी ने दिए थे। आरोपियों ने गाजियाबाद पुलिस को यह भी बताया था कि सौदा सिर्फ 20 लाख रुपये में ही हुआ था, लेकिन जब नोएडा पुलिस की टीम को रुपये देने के लिए अपने ठिकाने पर लेकर आए तो वहां बिल्कुल नई क्रेटा कार खड़ी थी। इसके बाद टीम अपने साथ क्रेटा कार को भी ले गई।