भारत की सबसे तेज गति की ट्रेनें होंगी आवास और शहरी मामलों का मंत्रालय के सचिव की उपस्थिति में 7 मई 2022 को एनसीआरटीसी को रैपिड रेल का ट्रेनसेट सौंपा जाएगा। भारत की पहली आरआरटीएस ट्रेनों की कम्यूटर-केंद्रित सुविधाओं के साथ इंटीरियर का 16 मार्च, 2022 को दुहाई डिपो, गाजियाबाद में अनावरण किया गया है। ये आरआरटीएस ट्रेनें 180 किमी/घंटा की अधिकत्तम गति, 160 किमी/घंटा की परिचालन गति और 100 किमी/घंटा की औसत गति के साथ भारत में सबसे तेज गति की ट्रेनें होंगी।
आरआरटीएस ट्रेनों की खासियत आरआरटीएस ट्रेनों को र्गोनॉमिक रूप से डिज़ाइन किया गया है। इस ट्रेन में 2×2 ट्रांसवर्स कुशन सीटिंग, स्टैंडिंग स्पेस, लगेज रैक, सीसीटीवी कैमरा, लैपटॉप/मोबाइल चार्जिंग सुविधा, डायनेमिक रूट मैप्स, ऑटो कंट्रोल एम्बिएंट लाइटिंग सिस्टम, हीटिंग वेंटिलेशन और एयर कंडीशनिंग सिस्टम सहित कई सुविधाएं उपलब्ध हैं। महिला यात्रियों के लिए एक रिजर्व कोच और प्रीमियम वर्ग के लिए एक अलग कोच होगा।
स्टेशन के लिए मैप रैपिड रेल में यात्रियों की सुविधा का खासा ध्यान रखा गया है। हर रेल में मैप होगा। इससे यात्रियों की मदद मिलेगी। उनके स्टेशन पर ट्रेन किस समय पहुंचेगी मैप के जरिये इसकी जानकारी रहेगी। इस तरह यात्री परेशान नहीं हो सकेंगे।
210 ट्रेनसेटों की डिलीवरी सावली में तैयार ट्रेनसेटों में आरआरटीएस कॉरिडोर के लिए कुल 210 ट्रेन सेटों की डिलीवरी की जाएगी। ट्रायल शीघ्र ट्रेन के आने के बाद इस साल के अंत तक प्राथमिक खंड पर ट्रायल रन शुरू होगा। साहिबाबाद से दुहाई के बीच 17 किमी लंबा खंड वर्ष 2023 और पूरा कॉरिडोर वर्ष 2025 तक चालू हो जाएगा। रैपिड रेल वर्ष 2024 में दिल्ली में चलने लगेगी। सबसे आखिरी में मेरठ में रेल का संचालन किया जाएगा।