बता दें कि इसके चलते सभी प्राथमिक, उच्च प्राथमिक और कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों में महिलाओं द्वारा झंडारोहण किया जाएगा। इस संबंध में स्कूल शिक्षा महानिदेशक की ओर से सभी विघालयों को निर्देश भी जारी किए गए हैं। इस मिशन की जिम्मेदारी जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों के साथ खंड शिक्षा अधिकारियों को भी सौंपी गई है। उन सभी को इस बात से अवगत कराया गया है कि 15 अगस्त के दिन उनते क्षेत्र में आने वाले सभी स्कूलों में वरिष्ठ महिला अभिभावक द्वारा ही झंडारोहण कराया जाए।
इस कदम को उठाने के पीछे की वजह महिलाओं और बालिकाओं की सुरक्षा, सम्मान और स्वावलंबन पर जोर देना है। इसके साथ ही वरिष्ठ अभिभावक महिलाओं को विद्यालयों में महिला सशक्तिकरण के जुड़ी सभी योजनाओं के बारे में बताया जाएगी जिससे वो और लोगों को भी इसकी जानकारी दें और जागरूक कर सकें।
इतना ही नहीं मिशन शक्ति के दूसरे चरण में अगस्त महीने से लेकर के दिसंबर महीने तक कई कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे। इन कार्यक्रमों को आयोजित करने का मुख्य कारण महिलाओं के अंदर आत्म विश्वास को जगाना और उन्हें जागरूक करना होगा। कार्यवाहक जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने बताया कि मिशन शक्ति के द्वितीय चरण में महिलाओं के सशक्तिकरण के अभियान को सफल बनाने के लिए यह पहल की जा रही है।