मेरठ के त्वचा रोग विशेषज्ञ डाॅ. संजीव शर्मा के अनुसार, होली खेलने में केमिकल युक्त रंग व गुलाल का इस्तेमाल करने से त्वचा व आंखों में एलर्जी की समस्या हो सकती है। त्वचा पर खुजली होने लगती है और दाने पड़ जाते हैं। थोड़ी सी लापरवाही से अस्थमा व हार्ट के मरीजों को सांस लेने में दिक्कत होने लगती है।
दुल्हैंडी पर तो चमकदार रहेगी धूप, लेकिन एक दिन पहले मौसम बदलेगा जरूर होली खेलने से बरतें ये सावधानियां – स्किन पर तेल व क्रीम लगाएं – पूरी बांह के कपड़े पहनें
– आंखों में रंग पड़ने से बचने के लिए चश्मा लगाएं – चेहरे पर मास्क व कान में रूई का इस्तेमाल करें – छोटे बच्चों को पानी में ज्यादा भीगने से बचाएं
– केमिकल युक्त रंगों का इस्तेमाल न करें
Holi 2018: इन राशि के लोगों की किस्मत बदल देगी यह होली, बस करने होंगे ये उपाय ऐसे छुड़ाएं रंग – बेसन में नींबू व दूध मिलाकर उसका पेस्ट लगभग 15 से 20 मिनट तक त्वचा पर लगाएं और फिर गुनगुने पानी से मुंह-हाथ धो लें
– खीरे के रस में गुलाबजल और एक चम्मच सिरका मिलाकर पेस्ट तैयार करें और चेहरे को इससे साफ करें – मूली के रस में दूध व बेसन या मैदा मिलाकर पेस्ट बनाएं। उसे चेहरे पर कुछ देर लगाने के बाद चेहरा साफ कर लें
– त्वचा पर ज्यादा गहरा रंग लग गया हो तो दो चम्मच जिंक ऑक्साइड और दो चम्मच अरंडी का तेल मिलाकर लेप तैयार कर फेस पा लगाएं। अब स्पंज से हल्के हाथों से रगड़कर चेहरा धो लें और 25 मिनट बाद साबुन लगाकर चेहरा धोएं।
– दूध में थोड़ा-सा कच्चा पपीता पीसकर मिलाएं। इसके बाद इसमें थोड़ी-सी मुलतानी मिट्टी व थोड़ा-सा बादाम का तेल मिक्स करें और लगा लें। करीब आधे घंटे बाद चेहरा धो लें।
इस बार 28 साल बाद होली में शनि का दुर्लभ
योग बन रहा है