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खड़े ट्रक से निकल रही थी खून की धार, ड्राइवर ने भीतर झांककर देखा ताे उड़ गए होश दरअसल, 84 वर्षीय सेवानिवृत्त बिग्रेडियर आरपी सिंह अपनी 78 वर्षीय पत्नी मालती सिंह के साथ सेक्टर-29 के वार्ड नंबर-5ए मकान नंबर एच 92 रहते थे। बताया जा रहा है कि शुक्रवार की देर रात करीब 8.30 बजे उनके मकान में अचानक आग लग गई। मकान से धुंआ उठता देख पड़ोसियों और अन्य लोगों ने इसकी सूचना पुलिस, अग्निशमन विभाग को दी और वह खुद भी आग बुझाने में जुट गए। स्थानीय लोगों ने ही बुजुर्ग दंपति को घर से निकालकर अस्पताल भिजवाया, लेकिन अस्पताल पहुंचने से पहले ही उन्होंने दम तोड़ दिया था। ब्रिगेडियर के बेटे रवि भी सेना में कर्नल हैं, जो सेक्टर-34 में अपने परिवार के साथ रहते हैं। जबकि बेटी का परिवार सेक्टर-29 में ही रहता है।
सेक्टर-20 के थाना प्रभारी आरके सिंह ने बताया कि बिग्रेडियर और उनकी पत्नी की मौत संभवत: आग लगने के बाद दम घुटने से हुई है, क्योंकि उनके शरीर पर कहीं कोई जलने का निशान नहीं है। प्रथम दृष्टया जांच में लग रहा है कि यह आग घर में हुए शार्ट-सर्किट के कारण लगी है। पुलिस तमाम बिन्दुओं पर घटना की जांच कर रही है। मुख्य अग्निशमन अधिकारी अरुण कुमार सिंह के अनुसार, आग लगने की सूचना 8.30 मिली थी, जिसके बाद तीन गाड़ियों को भेजा गया था और फायर कर्मियों ने कड़ी मशक्कत कर आग को बुझाया, लेकिन वहां पर पहुंचने से पहले ही बुजुर्ग दंपती को निकालकर अस्पताल भिजवा दिया गया था। आग कैसे लगी, इसकी जांच कराई जा रही है।
पड़ोसी बोले- अकेले बाहर आ सकते थे पूर्व ब्रिगेडियर घटना के बाद पड़ोसियों ने बताया कि पूर्व ब्रिगेडियर अकेले बाहर आ सकते थे, लेकिन उनकी पत्नी घर में फंस चुकी थी। पत्नी को बचाने के लिए वह अंतिम सांस तक प्रयास करते रहे और खुद भी धुएं और आग के बीच फंस गए। पड़ोसियों का कहना है कि वह पत्नी को दरवाजे तक ले आए थे, लेकिन धुएं के कारण वह गेट से पहले ही अचेत होकर गिर गए। वहीं, उनकी पत्नी पहले से ही बेहोश हो चुकी थीं। इस तरह दोनों ने दरवाजे पर ही दम तोड़ दिया।