इस दौरान झोपड़ियो में रहने वाले लोगो को आग से खतरा पैदा हो गया। जिसके देखते हुए पहले लोगों ने बाल्टियों से पानी डालकर और फिर पानी के टैंकर से पानी डाल कर आग पर काबू पाना चाहा, लेकिन आग बढ़ती गई। जिसके बाद इसकी सूचना फायर ब्रिगेड को दी गई। सूचना पर पहुंची फायर ब्रिगेड की गाड़ी ने आग पर काबू पाया। इस आग से कोई जन हानि की कोई सूचना नहीं है। लेकिन मजदूरों के लिए बने तीन मूविंग टॉयलेट आग में जलाकर खाक हो गए।
,जानिए क्यों दरअसल, शनिवार दोपहर अचानक ग्रीन बेल्ट में आग लग गई और सूखी झाड़िया होने के कारण आग ने विकराल रूप ले लिया। जिसके चलते पूरी ग्रीन बेल्ट आग के शोलों में तब्दील हो गई। इससे यहां बनी मजदूरों की झोपड़ियो में रहने वाले लोगो ने आग से खतरा देख फायर ब्रिगेड को सूचना दी और स्वय ही टैंकर बुला कर आग को रोकने का प्रयास करने करने लगे।
मौके पर मौजूद चौकीदार रधु ठाकुर ने बताया कि ये आग पशु चराने वाले लोगों ने लगाई है। जिससे सूखी झाड़िया जल जाए और पशुओ को हरा चारा मिल सके। दो दिन पहले आग लगाने की घटना हो चुकी है।