जानकारी के मुताबिक कुछ दिन पहले डीजीपी को शिकायत मिली थी की नोएडा के सेक्टर 57 पुलिस चौकी की पुलिस टीम और कोतवाली की स्पेशल टीम ने सैक्टर-57 के बी-51 में चल रहे फर्जी कॉल सेंटर पर 14 तारीख रात को छापा मार कर एक दर्जन के करीब लोगों को हिरासत में लिया था। फिर छोड़ने के नाम पर लाखो में डील की और मोदी रकम वसूलनेके बाद सभी को छोड़ दिया। इसकी शिकायत आरोपी पक्ष के लोगों ने एसएसपी और डीजीपी से की। जिसके बाद मामले को संज्ञान में लेते हुए शिकायत की जांच कराई और जांच में शिकायत सही पाये जाने पर पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की गई।
जिन पर गाज गिरी है उनमें नोएडा के कोतवाली 58 के प्रभारी इंस्पेक्टर अनिल प्रताप सिंह, सीनियर सब इन्स्पेक्टर समेत एक दर्जन पुलिसकर्मियों शामिल हैं। इन पर मुक़दमा अपराध संख्या 361/18, U/S 386, 427, 342,504,506 IPC और 7/13 PC ACT पंजीकृत कराया गया है। पुलिस महानिदेशक द्वारा ये कहा गया है कि भविष्य में भी भ्रष्ट पुलिस कर्मियों के ख़िलाफ़ इसी प्रकार की दंडात्मक कार्यवाही की जायेगी।