डीएम बीएन सिंह ने कहा कि नोएडा में कोरोना वायरस के कारण स्कूलों को बंद करने के लिए कोई आधिकारिक निर्देश जारी नहीं किए गए हैं। उन्होंने कहा कि स्कूलों को बंद करने का अधिकारिक दायित्व जिलाधिकारी का है और मैं एक जिलाधिकारी के नाते आपसे कह रहा हूं कि किसी भी स्कूल बंद नहीं किया गया है। उन्होंने बताया कि जिन स्कूलों के सैनिटाइजिंग का काम किया जा रहा है, उन स्कूलों में भी बोर्ड की परीक्षा आयोजित की जाएंगी, लेकिन परीक्षा स्थल बदल दिया गया है। अब इन स्कूलों की परीक्षा ग्रेटर नोएडा के सेंट जोसेफ स्कूल में होगी। उन्होंने कहा कि शुक्रवार के बाद विद्यालय में स्थिति सामान्य रहने पर सारी गतिविधियां सामान्य हो जाएंगी।
उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस से निपटने के लिए प्रशासन तैयार है। इसके लिए ग्रेटर नोएडा और नोएडा के दो अस्पतालों में आइसोलेशन वार्ड बनाए गए हैं। ग्रेटर नोएडा में जिम्स में 10 बेड और नोएडा में चाइल्ड पीजीआई में 9 बेड की सुविधा उपलब्ध है। उन्होंने लोगों के लिए दो हेल्पलाइन नंबर 8076623612 व 6396776904 जारी किया है। साथ ही कहा कि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी और जिला प्रशासन हमेशा लोगों के लिए उपलब्ध रहेगा।
सोसायटी में कार्य करने वालों की छुट्टी एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, दो स्कूलों को बंद करने की घोषणा के बाद कई हाईराइज सोसाइटी के निवासियों ने विशेष रूप से श्रीराम मिलेनियम स्कूल में पढ़ने वाले छात्रों के अभिभावकों ने घर में काम करने वाले लोगों की छुट्टी कर दी है। इनमें से ज्यादातर लोग श्रीराम मिलेनियम स्कूल के पास स्थित छपरौला गांव में रहते हैं। फेडरेशन ऑफ अपार्टमेंट ओनर्स एसोसिएशन के महासचिव राजेश सहाय ने कहा कि हम प्रभावित परिवारों के बारे में निवासियों को सूचित करने की कोशिश कर रहे हैं। हमने सभी आरडब्ल्यूए के माध्यम से सामान्य सावधानियों के बारे में संदेश प्रसारित किया है।