महिला डॉक्टर ने पुलिस को बताया कि 13 जुलाई को उसके मोबाइल फोन पर एक अनजान नंबर से कॉल आई। फोन करने वाले ने खुद को ट्राई का कर्मचारी बताते हुए कॉल मुंबई के तिलक नगर थाने को ट्रांसफर कर दी। इस दौरान डॉक्टर को बताया गया कि उसके खिलाफ अश्लील वीडियो साझा करने के आरोप में गिरफ्तारी वारंट जारी है। इसके अलावा साइबर ठगों ने धनशोधन केस में उनका नाम आने और राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत मुकदमा दर्ज किए जाने की बात कही। महिला डॉक्टर का आरोप है कि ठगों ने उन्हें उनकी बेटी का अपहरण की धमकी भी दी। इससे वह काफी डर गईं।
दो दिनों तक डिजिटल अरेस्ट कर महिला डॉक्टर को डराते रहे आरोपी
महिला डॉक्टर का कहना है कि आरोपियों ने स्काइप कॉल के जरिये उसे दो दिन तक डिजिटल अरेस्ट कर डराया। इस दौरान डॉक्टर से पैसे लेकर केस रफादफा करने को कहा गया। इसपर महिला डॉक्टर ने 15 जुलाई को 49 लाख 54 हजार रुपये ठगों के बताए खाते में ट्रांसफर किए। इसके बाद अगले दिन फिर 10 लाख रुपये खाते में ट्रांसफर किए। इसके बाद भी आरोपी पैसे की मांग करते रहे। इसपर पीड़िता को ठगी की आशंका हो गई। इसके बाद महिला डॉक्टर ने सेक्टर-36 स्थित साइबर क्राइम थाने में मामले की शिकायत दर्ज कराई। इस मामले में पुलिस का कहना है कि महिला डॉक्टर की तहरीर पर जांच की जा रही है। साइबर ठगों के जाल से फंसने के लिए ऐसे मामलों को क्रॉस चेक जरूर करना चाहिए।