इसके लिए सीटों का बंटवारा कर लिस्ट भी जारी कर दी गई है। इस सबके बीच लगातार कयास लगाए जा रहे थे कि कांग्रेस भी प्रदेश में गठबंधन में शामिल होकर चुनाव लड़ेगी, लेकिन अब इस पर विराम लगता नजर आ रहा है। कारण, कांग्रेस ने प्रदेश में अपने दम पर ही चुनाव लड़ने के संकेत दिए हैं।
दरअसल, शनिवार को नोएडा पहुंचे भारतीय किसान कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष चौधऱी रामकुमार वालिया ने कहा कि इस बार पार्टी फ्रंटफुट पर खेलने के लिए तैयार है। भाजपा से नाराज होकर जिस तरह किसानों ने तीन राज्यों में चुनावी नतीजों को बदला है उसी की तरह उत्तर प्रदेश में भी किसानों के मुद्दे पर यूपी में चुनाव लड़ा जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों से चुनाव से पहले कर्ज माफ करने की बात कही थी, लेकिन चुनाव जीतने के बाद वहह मुकर गए।
गौरतलब है कि वेस्ट यूपी में लगातार किसान अपने मुद्दों को लेकर सरकार व प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन करते आ रहे हैं। साथ ही किसान ऐलान कर चुके हैं कि अगर उनकी समस्याओं का समाधान नहीं किया गया तो वह भाजपा का अगामी लोकसभा चुनाव में बहिष्कार करेंगे।