सीएम योगी के दरबार में पहुंचा मामला तो एडीएम के घर पर प्राधिकरण ने चला दिया बुलडोजर
वहीं इस मामले में निलंबित किए गए एडीएम हरीश चंद्र ने सफाई पेश करते हुए कहा है कि पुलिस ने दबंगों के प्रभाव में एकतरफा कार्रवाई की है। मेरी पत्नी ने कर्नल को छुआ तक नहीं, बावजूद इसके उन पर धारा 307 लगा दी गई। वहीं मेरा बेटा जो कि ग्रेजुएशन में पढ़ रहा वह इस प्रकरण में कहीं भी नहीं था। उसके खिलाफ भी रिपोर्ट दर्ज की गई है।रिटायर्ड कर्नल से ऐसी हरकत करने पर दर्ज हुआ केस तो छुट्टी लेकर पत्नी सहित फरार हुए एडीएम!
प्राधिकरण की टीम ने भी एडीएम के घर का वो छज्जा धवस्त कर दिया जो अतिक्रमण का हिस्सा था। खास बात यह है कि प्राधिकरण द्वारा ये कार्रवाई गुरुवार तड़के 5 बजे की गई। इसके साथ ही एसएसपी ने भी कार्रवाई करते हुए थाना सेक्टर-20 तत्कालीन एसएचओ मनीष सक्सेना लाइन हाजिर किया गया है, जबकि क्षेत्रधिकारी प्रथम अनिल कुमार को भी दादरी सर्किल से हटा दिया है।
रिटायर्ड कर्नल का कहना है कि एडीएम हरीश चन्द्रा और उनकी पत्नी ने मुझ पर जो भी आरोप लगाए थे, वह सभी गलत हैं और यह उनकी सोची-समझी साजिश थी। ऐसा इसलिए किया गया क्योंकि मैंने एडीएम द्वारा अपने फ्लैट में किए जा रहे अवैध निर्माण की शिकायत की थी। जिसके बाद एडीएम ने अपने रसूख का फायदा उठाकर और पुलिस के साथ मिलकर मुझे झूठे आरोपों में जेल भिजवाया था। हालांकि सीसीटीवी फुटेज से सब साफ हो गया कि किसने क्या किया है। इसके बाद भी अभी तक एडीएम और उसकी पत्नी व अन्य आरोपियों की पुलिस गिरफ्तारी नहीं कर सकी है।