यह भी पढ़ें: नगर निगम कर्माचारियों की दादगिरी, अपाहिज की तुड़वाई दुकान, दुकानदार का रो-रो कर बुरा हाल पूरे सिर में होता है दर्द गाजियाबाद निवासी व खतौली ब्लॉक प्रभारी डॉ. अवनीश कुमार सिंह का कहना है कि ब्रेन ट्यूमर दस साल से कम उम्र के बच्चों को 10 से 20 साल तक के बच्चों के मुकाबले यह बीमारी अधिक होती है। अगर इसका समय से इलाज कराया जाए तो मरीज ठीक हो जाता है। उनके अनुसार, किसी को सुबह उठने पर सिरदर्द होना भी इसका एक लक्षण है। शुरू में यह सिर के एक हिस्से में होता है जबकि बाद में पूरे सिर में दर्द शुरू हो जाता है। इसके अलावा इसका असर आंखों पर भी पड़ता है। इससे आंखों की रोशनी कम हो जाती है। साथ मिर्गी के दौरे पड़ना भी इसकी ओर संकेत करता है।
यह भी पढ़ें: कैराना के परिणाम के बाद भाजपा के इस गढ़ में भी मंडराने लगा है यह खतरा बच्चों पर रखें ध्यान वहीं, नोएडा के सेक्टर-39 के नैशनल इंस्टिट्यूट ऑफ कैंसर प्रिवेंशन एंड रिसर्च (एनआईसीपीआर) के डायरेक्टर डॉ. रवि मेहरोत्रा का कहना है कि यह बीमारी किसी को भी अपना शिकार बना सकती है। बच्चे से लेकर बुजुर्ग तक इसकी चपेट में अा सकते हैं। उनका कहना है कि अगर बच्चे का सिर तेजी से बड़ा होने लगा तो यह खतरनाक हो सकता है। बच्चे के सिर की हड्डियां जुड़ी नहीं होती हैं, इसलिए अगर सिर का आकार तेजी से बढ़ रहा हो तो फाैरन अच्छे न्यूरो सर्जन से मिलना चाहिए।
यह भी पढ़ें: डॉक्टर बनाने के नाम पर करोड़ों रुपये ठगने वाले अंतरराष्ट्रीय गिरोह का पर्दाफाश, डायरेक्टर समेत 5 गिरफ्तार इतने तरह के होते हैं ब्रेन ट्यूमर डॉक्टरों के अनुसार, यह बीमारी दो तरह की होती है मतलब ब्रेन ट्यूमर दो तरह के होते हैं। एक होता है बिनाइन (बिना कैंसर वाला) और दूसरा होता है मेलिग्नेंट (कैंसर वाला) ट्यूमर। उनका कहना है कि बिनाइन धीरे-धीरे बढ़ता है जबकि मेलिग्नेंट बहुत तेजी से बढ़ता है।
यह भी पढ़ें: दो-दो एनकाउंटर से थर्राया ग्रेटर नोएडा, पुलिस ने कुल तीन बदमाशों को धर दबोचा ये हैं लक्षण – चक्कर आना व सिर में दर्द होना। – शरीर के अंगों में सनसनाहट होने लगती है।
– लड़खड़ाहट के साथ चलना। – यह बीमारी होने पर आंखों की रोशन भी कम हो सकती है।