सीईओ और एसीईओ भी रहेंगे बोर्ड में
फिल्म सिटी के निर्माण को तय मानकों पर पूरा कराने के लिए प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी और अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी भी बोर्ड में रहेंगे। साथ ही, कंपनी के बड़े पदाधिकारी भी बोर्ड में शामिल रहेंगे। नियमों के उल्लंघन पर कंपनी के खिलाफ बोर्ड ही कार्रवाई तय करेगा। 1000 एकड़ में प्रस्तावित
सेक्टर-21 में एक हजार एकड़ में फिल्म सिटी प्रस्तावित है और पहला चरण 230 एकड़ में शुरू होगा। इसके लिए बोनी कपूर की कंपनी बेव्यू प्रोजेक्ट्स ने भूटानी ग्रुप के साथ मिलकर सबसे अधिक बोली लगाकर विकासकर्ता कंपनी बनी है। यूपी कैबिनेट से भी कंपनी को आवंटन पत्र जारी किया जा चुका है।
फिल्म सिटी के निर्माण को लेकर लंबे समय से प्रक्रिया चल रही है। इसके निर्माण से पहले दुनियाभर की फिल्म सिटी का अध्ययन करने के लिए बोनी कपूर ने कई देशों का दौरा किया है। कंपनी ने फिल्म सिटी का नया मॉडल तैयार किया है और साथ ही वे बृहस्पतिवार को यमुना प्राधिकरण कार्यालय जाएंगे। इस दौरान यहां कंसेशनल एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर और फिल्म सिटी की जमीन का कब्जा देने की औपचारिकता पूरी होगी।
पहले 80 करोड़ करने होंगे जमा
फिल्म सिटी का निर्माण शुरू करने से पहले कंपनी को सुरक्षा राशि के रूप में प्राधिकरण में 80 करोड़ रुपये जमा करने होंगे। साथ ही, फिल्म सिटी से होने वाली आय का 18 फीसदी भी थोड़ा को मिलेगा। फिल्म सिटी में सड़क सहित अन्य सुविधाएं प्राधिकरण तैयार करेगा। इसके डिजाइन और निर्माण का पूरा कार्य कंपनी की जिम्मेदारी रहेगी।
कंपनी फिल्म सिटी के डिजाइन और तय प्रस्तावों में कोई बदलाव नहीं कर सकेगी। बोनी कपूर विशेष प्रयोजन माध्यम संस्था (एसपीवी) भी बनाएंगे, ताकि तय नियमों के अनुसार ही पूरा डिजाइन और निर्माण तैयार किया जा सके। निर्माण का पूरा काम यीडा की ओर से कंपनी के समक्ष रखी गई शर्तों के आधार पर ही होगा।