दरअसल, इस गंगनहर में डूबने से कई लोगों को मौत हो चुकी है। जिसके बाद इन मौतों को लेकर लोनी से भाजपा विधायक ने दावा किया है कि श्रद्धालुओं को गंगनहर में डूबाकर मारा जा रहा है। इसे लेकर लोनी विधायक नंदकिशोर गुर्जर और साहिबाबाद के विधायक सुनील शर्मा ने जिलाधिकारी से इसकी जांच कराने के लिए पत्र लिखा है। इस मामले में जिलाधिकारी ने जांच एसडीएम मोदीनगर को सौंपी है।
लोनी विधायक नंद किशोर गुर्जर द्वारा लिखे गए पत्र में कहा गया है कि मुरादनगर स्थित गंग नहर पर एक छोटे से मंदिर का निर्माण किया गया है। जिस पर छोटा हरिद्वार का बोर्ड लगाया गया है। ऐसे में लोग यहां धार्मिक भाव से स्नान करते हैं। पत्र में गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि साजिश के तहत नहर में पहले से मौजूद गोताखोर अपनी चालाकी से यहां नहाने वाले लोगों का पैर पकड़कर उन्हें डुबा देते हैं। जिससे कुछ देर बाद उनकी मौत हो जाती है।
इसके साथ ही यह भी पता चला है कि नहर में पहले से ही पत्थर में रस्सी बांधी होती है। इस पत्थरों में मृतक के पैर को बांध दिया जाता है। इसके बाद गोताखोर मृतकों के जेवरात निकाल लेते हैं और शव ढूंढ़ने के नाम पर उनके परिजनों से 20 से 25 हजार रुपये वसूलते हैं। लोनी विधायक का कहना है कि पिछले कुछ दिनों पहले ही एक लड़की को इसी तरह गोताखोरों ने डुबाने का प्रयास किया था। इस मामले में गोताखोरों के साथ मंदिर के पुजारी पर भी मिली भगत का लोगों को संदेह है।
वहीं छोटा हरिद्वार महंत मुकेश गिरी ने आरोपों से साफ इनकार करते हुए कहा है कि ‘मुझसे 20 दिन पहले कुछ अज्ञात लोगों ने 10 लाख रुपये की रंगदारी मांगी थी। एक हफ्ते पहले ही दो लोगों ने तमंचा लेकर घर तक मेरा पीछा किया था और फोन पर भी जान से मारने की धमकी दी थी। इस संबंध में मैंने जिलाधिकारी व एसएसपी को पत्र लिखकर सुरक्षा की गुहार लगाई है। मुझ पर जो भी आरोप लगाए गए हैं वह सभी निराधार हैं। जो वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल किया गया है वह भी मनगढ़त है। इस सबकी जांच की जानी चाहिए।