वीडियो देखने के लिए यहां क्लिक करें-पत्रिका के साथ बातचीत में भीम आर्मी संस्थापक चंद्रशेखर उर्फ रावण ने खोला यह बड़ा राज
चंद्रशेखर ने की यह घोषणा, गलती करने पर करूंगा ये काम
दरअसल मायावती को बुआ कहने आैर अपना रिश्ता बताने पर बसपा सुप्रीमो आर्मी संस्थापक चंद्रशेखर पर जमकर बरसी थी। उन्होंने चंद्रशेखर से कोर्इ नाता न होने की बात कही थी। वहीं इसके कुछ घंटे बाद ही चंद्रशेखर ने अपना उपनाम रावण से नाता तोड़ दिया है। यहां उन्होंने अपने समर्थकों आैर प्रेस वार्ता में कहा कि रावण उपनाम जुड़ने से उनकी लड़ार्इ को गलत समझा जा रहा है। उन्होंने कहा कि इसलिए मैं अपना यह नाम हटा रहा हूं।वैसे भी उपनाम रावण मेरे किसी दस्तावेज में नहीं है। इतना ही नहीं इसबीच चंद्रशेखर ने कहा कि उनकी लड़ार्इ किसी धर्म से नहीं बल्कि दलितों के हितों को पाने के लिए है।साथ ही अब से चंद्रशेखर के साथ रावण उपनाम जोड़ने पर कार्रवार्इ करने की बात कही है।
बड़ी खबरः चंद्रशेखर उर्फ रावण को इस राष्ट्रीय राजनीतिक पार्टी ने दिया आॅफर, अंतिम फैसले का इंतजार
सिर्फ चंद्रशेखर आजाद को याद रखा जाए
इतना ही नहीं भीम आर्मी संस्थापक ने कहा कि अब सिर्फ मेरा नाम चंद्रशेखर याद रखा जाये। रावण को भूल जाआे।अगर अब से कोर्इ रावण लिखेगा तो मैं उसके खिलाफ कार्रवार्इ करूंगा। वहीं रावण ने भाजपा के खिलाफ अपना इरादा बुलद कर लिया है। हालांकि उन्होंने किसी भी राजनीतिक पार्टी में शामिल होने से साफ इनकार कर दिया है।