भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर उर्फ रावण को लेकर सीएम योगी का अब तक का सबसे बड़ा फैसला गुरुवार आधी रात जेल से बाहर आते ही भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर उर्फ रावण ने भाजपा और योगी सरकार के खिलाफ उग्र रुख अपना लिया है। उन्होंने कहा कि अब किसी भी सूरत में इस सरकार को सत्ता से उखाड़ फेंकेंगे। बसपा सुप्रीमो मायावती के समर्थन के सवाल पर चंद्रशेखर ने कहा कि बुआ जी ने समाज के लिए बहुत काम किया है। इसलिए वे निजी तौर पर उनका सम्मान करते हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा को 2019 के लोकसभा चुनाव में हराने के लिए वह कुछ भी करने को तैयार हैं। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि भाजपा को सत्ता से बाहर करने के लिए भीम आर्मी महागठबंधन का समर्थन करेगी।
चंद्रशेखर उर्फ रावण का बड़ा खुलासा, कहा- योगी सरकार ने इस डर से 2 महीने पहले किया मुझे रिहा जेल से रिहा होते ही चंद्रशेखर उर्फ रावण ने कहा कि मुझे गुरुवार आठ बजे ही पता चला गया था कि अब मुझसे रासुका वापस लेकर रिहा कर दिया जाएगा। रावण ने कहा कि मैंने जेल में अपने नौजवान साथियों को जेल में रोते देखा है, जिन्हें जाति के नाम पर पुलिस पकड़ लाई थी। उन्होंने कहा कि आपको दिक्कत थी तो मुझे गिरफ्तार करते या उनको गिरफ्तार करते जो असल में दोषी हैं। उन्होंने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि आप साबित भी नहीं कर पा रहे हो, क्योंकि हम दाेषी नहीं हैं। अब हम प्रयास करेंगे कि हमारा आंदोलन हिंसक न हो, जो हमसे सरकार कराती है। हम सैंवैधानिक तरीके से आंदोलन करेंगे, देश में कहीं भी बहुजन समाज पर अन्याय होगा तो हम किसी सूरत में चुप नहीं रहेंगे। वहीं चंद्रशेखर ने दो माह पहले रिहाई पर कहा कि अभी रिहा करके किसी और मामाले में रासुका लगाकर फिर से सालभर के लिए फंसा दिया जाएगा। मुझे पूरा भरोसा है कि सरकार दस दिन के अंदर मुझे किसी अन्य मामले में फंसाकर रासुका लगवा देगी। दरअसल, मुझे छोड़कर सरकार चुनाव बचाना चाहती है।