नोएडा को वैश्विक शहर बनाने पर चर्चा के लिए बुलाये गए दो दिवसीय नोएडा डायलॉग सम्मेलन में कश्मीर के पुलवामा में शहीद हुए जवानों का मुद्दा छाया रहा। सम्मेलन का उद्धाटन पहुंचे बाबा राम देव ने भी इस घटना से काफी व्यथित नज़र आए। उन्होंने कहा कि मैं हमेशा एक बात कहता हूं, सन्यासी होने से पहले मैं एक भारत का नागरिक हूं और इसलिए सन्यास धर्म में हम वेद को हम सर्वोच्च मानते हैं। वेद का विधान हमारे जीवन का संविधान है।
सन्यास के लिए मेरा वेद मेरा प्रमाण है और देश के लिए मेरे संविधान प्रमाण है, इसलिए मेरा धार्मिक आध्यात्मिक जीवन वेद के अनुसार चलेगा और देश संविधान के अनुसार चलेगा। देश की एकता अखंडता और संपूर्णता को कल जब कोई बात आती है। तब सब कामों से पहले मेरा देश है, इसलिए राष्ट्र धर्म से बड़ा कोई धर्म नहीं होता। राष्ट्र प्रेम से बड़ा कोई प्रेम नहीं होता और राष्ट्र सेवा से बड़ी कोई सेवा नहीं होती। राष्ट्र की एकता अखंडता बनाए रखना हम सबका सामूहिक दायित्व है।
उन्होंने कहा कि जिस तरह से हमारे जवानों की शहादत हुई और रोज कहीं ना कहीं भारत जैसे महान शक्तिशाली देश को तोड़ने की साजिश रची जाती हैं, तो अब देश को एकजुट होकर के मोदी जी को कह देना चाहिए कि हाफिज सईद और अजहर महमूद अब जिंदा नहीं बचना चाहिए। पाकिस्तान में जितने भी आतंकवादी शिविर चल रहे हैं उनको ध्वस्त करने के लिए रणनीति बननी चाहिए। उसमें यह निश्चित किया जाए कि पाकिस्तानी के कब्जे वाले कश्मीर में एक भी आतंकवादी शिविर ना बचे।
वहीं गोपाल कृष्ण अग्रवाल ने कहा कि नोएडा डायलॉग का उद्देश्य संवाद स्थापित करना है, जिसके तहत डीओएसटी (दोस्त) द्वारा विकसित ‘विजन 2030-गौतमबुद्ध नगर को प्रांरभिक दस्तावेज के साथ गौतमबुद्ध नगर के निवासियों, अधिकारियों एवं विशेषज्ञों के साथ सार्वजानिक बैठकों एवं गोलमेज सभाओं में विचार और चर्चा के लिए रखा जायेगा। उन्होंने बताया कि बैठक एंव सभाओं की एक श्रृखंला निर्धारित की गयी है, ताकि सभी हितधारक इस प्रक्रिया में सम्मिलित हो सके।