मोदी आैर योगी पर पिता ने की अभद्र टिप्पणी तो बेटे ने उठाया ये बड़ा कदम
दाे साल पहले आवंटित हुर्इ थी जमीन एेसे अटका था मामला
-बाबा रामदेव ने अखिलेश यादव से मिलने के बाद ग्रेटर नोएडा में पतंजलि के मेगा फूड पार्क को ग्रेटर में शुरू करने की बात की थी।
-जिसे शुरू होने के बाद 10 हजार नौकरियां प्रत्यक्ष आैर 75 हजार नौकरियां अप्रत्यक्ष मिलने का दावा किया।
-अखिलेश सरकार ने नवंबर 2016 में यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में पतंजलि उद्योग को करीब 455 एंकड जमीन आवंटित की थी।
-यमुना प्राधिकरण ने कंपनी को यह जमीन 24,24ए आैर 22र्इ में संस्थागत भूखंड आवंटित किए थे।
-इसकी दस फीसदी रकम जमा कराने पर यहां काम भी शुरू करा दिया गया था।
– सरकार द्वारा कंपनी को सौंपी गर्इ। इस जमीन पर पतंजलि के पेड़ काटने को लेकर एनजीटी से नोटिस मिलने के चलते कुछ समय के लिए काम रुक गया था।
-पतंजलि ग्रुप के अधिकारियों के अनुसार पतंजलि फूड पार्क की जमीन के टाइटल सूट के लिए केंद्र सरकार की ओर से योगी सरकार दो बार नोटिस भेजा गया था।लेकिन योगी सरकार की ओर से पतंजलि को टाइटल सूट नहीं सौंपा गया। इस वजह से ये दिक्कत आई है।
-इसी दिक्कत की वजह से आचार्य बालकृष्ण ने मंगलवार को ट्वीट कर प्रदेश की योगी सरकार आैर भाजपा पर जमकर नाराजगी जताने के साथ ही दूसरे क्षेत्र में फूड पार्क शिफ्ट करने की कहीं थी बात।
-आचार्य बालकृष्ण के ट्वीट से योगी सरकार में हल चल शुरू हो गर्इ। इसे रोकने के लिए यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने खुद बाबा रामदेव से मुलाकात की।
-बाबा रामदेव से मिलकर योगी आदित्यनाथ ने इस मामले में बात की।जिसके बाद आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि सीएम योगी आदित्यनाथ से पूरे प्रकरण पर बात हुर्इ है।जिन परिस्थितियों में एेसा हुआ है। सीएम ने उन्हें सुधारने के आश्वासन दिया है।