सिगरेट के फेंके हुए फिल्टर से सिर्फ 1 साल में इस युवक ने कमा लिए 40 लाख रुपये, खड़ी कर दी दो कंपनी यहां बता दें कि आयुष्मान भारत योजना के तहत 50 करोड़ लोगों को फायदा पहुंचाने का लक्ष्य सरकार ने रखा है। हालांकि योजना के पहले चरण में 10 करोड़ लोगों को ही इसका लाभ मिल सकेगा। साथ ही यह योजना पूरी तरह कैशलेस होगी। यानी नेशनल हेल्थ प्रोटेक्शन स्कीम (NHPS) के तहत बीमित व्यक्ति को अपने इलाज के लिए एक भी पैसा खर्च करने की जरूरत नहीं होगी। इलाज के दौरान पांच लाख रुपए तक का खर्च सरकार की तरफ से किया जाएगा। यहां बता दें कि फिलहाल सरकार की ओर से आयुष्मान भारत योजना (AB-NHPS) के लिए 2 हजार करोड़ रुपए की राशि आवंटित की गई है। बीपीएल परिवारों के लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना के जगह इस योजना को शुरू किया जा रहा है। पहले इस योजना में मात्र 30 हजार रुपए तक का बीमा कवर दिया जाता था।
शराब पीने वालों के लिए बड़ी खबर, अब ठेके पर जाने से पहले जान लें ये बात ऐसे कराएं रजिस्ट्रेशन आयुष्मान भारत योजना के तहत सरकार लोगों को खुद ही चिन्हित करेगी। दरअसल, 2011 की जनगणना में गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले लोगों को इसमें जगह मिलेगी। इसलिए पहले आपको अपनी पंचायत में पता करना होगा। इसके अलावा जल्द ही सरकार ऑनलाइन टूल उपलब्ध कराएगी। इसके जरिए आप जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। अगर आप इस योजना के लिए योग्य हैं तो रजिस्ट्रेशन करा पाएंगे। फिलहाल इस सॉफ्टवेयर की टेस्टिंग चल रही है।
ऐसे शुरू होगा कैशलेस इलाज आयुष्मान भारत योजना के तहत इलाज कराने के लिए बीमित व्यक्ति को पहले अपने बीमा संबंधित दस्तावेज देने होंगे। इसके बाद अस्पताल प्रबंधन इलाज के खर्च के बारे में बीमा कंपनी को सूचित कर देगा और बीमित व्यक्ति के दस्तावेजों की पुष्टि होते ही कैशलेस इलाज शुरू हो जाएगा। इस योजना के तहत बीमित व्यक्ति सिर्फ सरकारी ही नहीं, बल्कि निजी अस्पतालों में भी इलाज करा सकता है। सरकार की ओर से निजी अस्पतालों को इस योजना से जोड़ने का कार्य शुरू कर दिया गया है।
टिकट के बिना कर रहे हैं सफर तो घबराए नहीं, बस करें ये काम तो टीटीई भी नहीं करेगा जुर्माना आधार कार्ड के बिना भी उठा सकते हैं योजना का लाभ आयुष्मान भारत योजना के लिए आपको आधार कार्ड की जरूरत नहीं है। सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार देश में किसी भी सरकारी योजना का लाभ बिना आधार कार्ड के भी मिल सकता है।
इन बीमारियों का करवा सकेंगे इलाज मैटरनल हेल्थ और डिलीवरी की सुविधा, नवजात और बच्चों के स्वास्थ्य, किशोर स्वास्थ्य सुविधा, कॉन्ट्रासेप्टिव सुविधा और संक्रामक, गैर संक्रामक रोगों के प्रबंधन की सुविधा, आंख, नाक, कान और गले से संबंधित बीमारी के इलाज के लिए अलग से यूनिट होगी। इसके अलावा बुजुर्गों के इलाज की सुविधा भी मिल सकेगी।
देशभर में डेढ़ लाख से ज्यादा हेल्थ और वेलनेस सेंटर हेल्थ वेलनेस सेंटर के तहत देश भर के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को अपडेट किया जाएगा। इन सेंटर में इलाज के साथ मुफ्त दवाइयां भी मिलेंगी। इसके तहत छत्तीसगढ़ में 1000, गुजरात में 1185, राजस्थान में 505, झारखंड में 646, मध्य प्रदेश में 700, महाराष्ट्र में 1450, पंजाब में 800, बिहार में 643 और हरियाणा में 255 वेलनेस सेंटर होंगे। बता दें कि सरकार इस योजना के तहत देशभर में डेढ़ लाख से ज्यादा हेल्थ और वेलनेस सेंटर खोलेगी जो कि आवश्यक दवाएं और जांच सेवाएं निःशुल्क मुहैया कराएंगे।