साइबर क्राइम थाने की प्रभारी रीता यादव ने बताया कि मेरठ की रहने वाली महिला ने नोएडा के सेक्टर-36 स्थित साइबर क्राइम थाने शिकायत दी कि वह वर्ष 2016 से असम राइफल्स में सिपाही के पद पर कार्यरत है। तीन मई 2021 को उनके पति की हार्टअटैक से मौत हो गई थी। परिजनों और रिश्तेदारों के दबाव में उन्होंने सितंबर 2021 में एक मैट्रिमोनियल साइट पर प्रोफाइल बनाई थी। जहां उनकी मुलाकात संजय सिंह नाम के व्यक्ति से हूई। उसने बताया कि वह कनाडा का एनआरआई है। फिलहाल दिल्ली स्थित टेलीकॉम कंपनी में काम करता है। दोनो में इसके बाद बातचीत शुरु हो गई।
रीता यादव ने बताया की आरोपी ने 4 अक्टूबर 2021 को कहा कि उनके भतीजे का एक्सीडेंट हो गया है। उसने इलाज के लिए महिला सिपाही से 2 लाख रुपये मांगे। महिला ने उसके बताए गए बैंक खाते में पैसे ट्रांसफर कर दिए। कुछ दिन बाद आरोपी ने कहा कि भतीजे की मौत हो गई है। कंपनी ने उनका खाता बंद कर दिया है। इस वजह से रुपये नहीं निकाल पा रहे हैं। इस बार भी आरोपी ने पीड़िता से रुपये ले लिए। इस प्रकार से साइबर ठग संजय सिंह ने बहाने बनाकर महिला सिपाही से 60 लाख रुपये ठग लिए। ये रुपये आरोपी ने अलग-अलग 20 बैंक खातों में ट्रांसफर कराए थे।
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बरी होने के बाद भी बुजुर्ग बंद है यूपी की जेल में, पाकिस्तान ने नागरिक मानने से किया इनकार रिश्तेदारों और सहकर्मियों से उधार लेकर दिए पैसे पीड़ित महिला सिपाही ने बताया कि उसने अपने रिश्तेदारों और सहकर्मियों से उधार लेकर आरोपी को रुपये दिए थे। पीड़िता ने आरोपी से अपने रुपये वापस मांगे तो उसने कहा कि वह न्यूयार्क में फंस गया है। वह पैसे नहीं दे सकता है। इसके बाद उसने अपना मोबाइल फोन बंद कर लिया। इसके बाद महिला सिपाही को ठगे जाने का अहसास हुआ। पीड़िता की शिकायत पर साइबर क्राइम थाना पुलिस ने आरोपी संजय सिंह और महिला सुनीता वर्मा के खिलाफ केस दर्ज कर जांच साइबर क्राइम थाने शुरू कर दी है।