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छापेमारी के दौरान जब्त किए गए मोबाइल और इलेक्ट्रनिक डिवाइस को साइबर एक्सपर्ट के जरिए डिकोड कर इनपुट निकाले गए है। इसमें किन लोगों से बातचीत होती थी इसका विवरण और कोर्ड वर्ड में कुछ हिसाब लिखा हुआ है। इसके संबंध में पूछताछ कर बयान दर्ज किया जाएगा। बता दें कि 2161 करोड़ रुपए के शराब घोटाले की ईडी के साथ ही ईओडब्ल्यू की टीम जांच कर रही है।
घोटाले की हिसाब होगा
ईडी ने शराब घोटाले में दर्ज किए गए अपने पूर्व के ईसीआईआर में कह चुकी है कि कवासी को करीब दो वर्ष तक हर माह, 50- 50 लाख रुपए मिलते थे। हालांकि कवासी ने मीडिया से बातचीत के दौरान इससे इनकार करते हुए एक रुपए भी नहीं मिलने की बात कही थी। साथ ही पूरे मामले में फंसाने का आरोप लगाते हुए अधिकारियों द्वारा फाइलों में हस्ताक्षर कराने की बात कही थी।