सीएम हर माह की 28 तारीख या किसी तय तारीख को गंभीर शिकायत करने वाले चुनिंदा शिकायतकर्ताओं से बात कर शिकायत सुनेंगे। समाधान तो होगा ही, संबंधित को शिकायत के लिए मजबूर करने की स्थिति पैदा करने और शिकायत अनसुनी करने वाले अफसर- कर्मियों पर कार्रवाई भी होगी।
पीएम की सीख पर अमल करने वाला पहला मप्र
17 अक्टूबर को चंडीगढ़ में पीएम नरेंद्र मोदी अध्यक्षता में एनडीए शासित राज्यों के सीएम और डिप्टी सीएम की बैठक हुई थी। इसमें प्रधानमंत्री ने शिकायतों को गंभीरता से सुनने और संतोषपूर्वक निराकरण करने की सीख दी थी। ताकि जनता को सही मायने में गुड गवर्नेंस का अहसास हो।
इसलिए पड़ी जरूरत
सीएम हेल्पलाइन पर रोज 12 हजार से अधिक शिकायतें आ रही हैं। यानी, नागरिक सेवाओं में कमी से जूझ रहे हैं। आफ लाइन भी शिकायतें आ रही हैं। कुछ लोग मंत्रियों को सीधे ई-मेल से शिकायत कर रहे हैं। मोहन सरकार की मंशा है कि लोगों को शिकायत की जरूरत ही न पड़े और काम हो जाए। इसलिए निगरानी बढऩे और सीनियर लेवल से समाधान होने पर ऐसा होगा।