– बाघों के घर में होटल-रेस्टोरेंट बनाने वालों पर सरकार की मेहरबानी, अब तक चिट्ठीवार चल रहा सरिस्का की जमीन पर होटल-रेस्टोरेंट बनाने का मामला विधानसभा में गूंज गया। कुछ दिन पहले नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने उठाया। वहीं शुक्रवार को सिलीसेढ़ झील के बहाव व डूब क्षेत्र में बने होटलों का मामला रामगढ़ विधायक जुबेर खान ने उठाकर सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया। जयसमंद बांध एरिया में अतिक्रमण का भी मुद्दा उठाया। बाघों की जमीन पर हो रहे कब्जे को लेकर दोनाें विधानसभा में आक्रामक दिखे। प्रशासन ने एक सवाल का जवाब भेजा है कि होटलों का सर्वे चल रहा है। वहीं जुबेर खान के सवाल का जवाब देने की तैयारी चल रही है।
हैरत तो यह है कि सीटीएच जमीन का नोटिफिकेशन होने के बाद रजिस्ट्री होती रही। वन विभाग के अफसर अपनी ही जमीन दूसरे को देने के लिए एनओसी देते रहे। इन अफसरों पर कार्रवाई अब तक सरकार नहीं कर पाई, जबकि जांच में स्पष्ट हो चुका है। हैरत की बात ये भी है कि सरिस्का के संरक्षण को लगाए अफसरों ने ही सीटीएच, बफर एरिया में जमीन खरीदकर होटल-रेस्टोरेंट, रिसॉर्ट बना लिए। राजस्थान पत्रिका ने मुद्दा उठाया तो सबके कान खड़े हो गए लेकिन कार्रवाई का मूड अभी न सरकार का दिख रहा और न प्रशासन का।
ये है सरिस्का का सीटीएच एरिया…यहां चल नहीं पाएंगे होटल-रेस्टोरेंट कुशालगढ़, क्रास्का, जोधाबास विद राजौर, कालीघाटी, टोडिनजिरान, कांंकवाड़ी, इंदौक, कलछरा, करना का बास, अमरा का बास, ध्रुवमाला, थानागाजी, बुडि़याबास, श्यामपुरा, रायपुरा, सीली बावड़ी, अजबगढ़, भानगढ़, नारायणी जी, दबकन, टहला विद भगनी, नौंदू, उमरी देवरी, हरीपुरा, छोटी चिंद, पीपली मेन, पीपली ए, नाडौली, खैरत का बास, धिरोड़ा, पावटा, बेरवा डूंगरी, बलदेवगढ़, तिलवार, जयसिंह पुरा, मल्लाना, कलवाड़, टहला, खैरियाबास, सिलीबेरी, राजौर, मित्रवत, कन्यावास, बीनक, कालीखोल, पृथ्वीपुरा, माधौगढ़, डहलावास, भकतपुरा, किशनपुर, सावदी, धवाला, गोपालपुरा, धर्मपुरा, रामपुर, बनी तालवृक्ष, नांगलहेड़ी, बेरावास, रायकमाला, मानावास, तोलावास, बिल्लाहट, बसना, बिसालू, लेकड़ी, टोडियाबास, घाट, मूंडली, हाजीपुर, रामपुर एक, रामपुर दो, रामपुर तीन, रामपुर चार, नाथूसर का 88111 हैक्टेयर एरिया सरिस्का सीटीएच का है। ऐसे में यह जमीन प्रशासन वन विभाग के नाम करेगा। उसके बाद यहां प्रतिष्ठान चालू नहीं हो पाएंगे। बफर एरिया में चल रहे प्रतिष्ठान पहली कार्रवाई की लाइन में लगे हैं। इसमें पहली कार्रवाई सिलीसेढ़, अजबगढ़ एरिया में होगी।