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ठेकेदार ने पुराने रेट पर काम करने से मना कर दिया है, टेंडर निरस्त कर कंपनी को ब्लैक लिस्ट करेंगे

-एसपी ऑफिस से पुराने पुलिस कंट्रोल रूम तक बनाई जाने वाली वीआइपी सड़क का मामला
-ढाई साल पहले इसी सड़क निर्माण के लिए काटे गए थे सैकड़ों पेड़, पर अब तक नपा नहीं बनवा पाई सड़क

दमोहSep 17, 2024 / 12:05 pm

आकाश तिवारी

-एसपी ऑफिस से पुराने पुलिस कंट्रोल रूम तक बनाई जाने वाली वीआइपी सड़क का मामला
-ढाई साल पहले इसी सड़क निर्माण के लिए काटे गए थे सैकड़ों पेड़, पर अब तक नपा नहीं बनवा पाई सड़क
दमोह. एसपी ऑफिस से कीर्ति स्तंभ मार्ग वीआइपी सड़क कहलाती है। ढाई साल पहले इस सड़क को चौंड़ा करने की कवायद शुरू की गई थी। हैरानी की बात यह है कि इस कवायद की भेंट एक सैकड़ा पेड़ चढ़ गए, लेकिन अब तक सड़क निर्माण की नींव तक नहीं रखी जा सकी है। इधर, निर्माण में देरी की वजह से अब जिस कंपनी को सड़क बनाने का काम मिला था। उसने उसी रेट पर काम करने से मना कर दिया है। यानी अब इतने लंबे इंतजार के बाद यह प्रपोजल खटाई में पड़ता दिख रहा है।
बता दें कि उक्त सड़क बनाने का काम नगर पालिका प्रशासन को करना था, लेकिन इसमें भारी लापरवाही बरती गई है। सूत्रों की माने तो नपा अधिकारियों ने समय पर निर्माण में आ रही अड़चनों को दूर नहीं किया। इस वजह से यह सड़क निर्माण मील का पत्थर साबित हो रही है।
-सबसे पहले काटे गए थे हरे-भरे पुराने पेड़
एसपी ऑफिस से कीर्ति स्तंभ मार्ग कभी सड़क के दोनों ओर लगे पेड़ों से हरा भरा नजर आता था। जब इस सड़क निर्माण की प्रक्रिया शुरू हुई तो सबसे पहले पेड़ों पर आरी चलाई गई। एसपी ऑफिस के समाने वाली लाइन में लगे सैकड़ों पेड़ काट दिए गए। इनमें सागौन के पेड़ भी शामिल थे।
पेड़ों के काटे जाने से गर्मी के दिनों में भी हरा-भरा दिखने वाले इस मार्ग में लोग छांव को तरस रहे हैं।
-बिजली के खंभे भी होना थे शिफ्ट
बताया जाता है कि सड़क के एक किनारे पर लगे बिजली के खंभे भी शिफ्ट किए जाने थे। इसकी प्रक्रिया भी कागजों तक सीमित रही। अभी तक शिफ्ंिटग का पेंच सुलझ नहीं पाया है। बिजली के दर्जनों खंभे हटाकर बीच में किए जाने थे और इसके आजू-बाजू सड़क बनाई जाना थी।
-जर्जर सड़क के चलते रोज हो रहे हादसे
वीआइपी सड़क की हालत भी दिन प्रतिदिन जर्जर होती जा रही है। इस मार्ग पर बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं। इससे आए दिन बाइक सवार अनियंत्रित होकर गिर रहे हैं। बारिश के समय इन गड्ढों में पानी भरा रहता है। इस वजह से गड्ढे भी नजर नहीं आते और लोग दुर्घटनाग्रस्त हो रहे हैं।
इसलिए कहलाती है वीआइपी सड़क
-कलेक्टर, एसपी के बंगले इसी मार्ग पर हैं।
-सांसद बंगला भी इसी मार्ग पर है।
-स्थानीय व बाहरी राज्यों से आने वाले मंत्री व बड़े लीडर इसी मार्ग से होते हुए सर्किट हाउस जाते हैं।
ब्लैक लिस्ट करेंगे…
जिस ठेकेदार को यह काम मिला था। उसने पुराने रेट पर काम करने से इनकार कर दिया है। पीआइसी की बैठक में यह प्रस्ताव रखा जाना है, ताकि सड़क निर्माण के संबंध में कोई हल निकाला जा सके। पुराना टेंडर निरस्त कर कंपनी को ब्लैक लिस्ट किया जाएगा।
रितु पुरोहित, सीएमओ नपा

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