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‘आलोचना और निंदा पर लगाएं विराम, नहीं हो पुराने घटनाक्रम की पुनरावृत्ति’

आचार्य सुनील सागर से मांगी क्षमा, प्रायश्चित करने किशनगढ़ गया जैन समाज

अजमेरJul 26, 2024 / 03:02 am

dinesh sharma

Chaturmas

आचार्य से किशनगढ़ मिलने पहुंचे जैन समाज के लोग। पत्रिका

अजमेर. चातुर्मास को लेकर उपजे विवाद के बाद दिगम्बर जैन मुनि संघ सेवा समिति सहित अन्य संस्थाओं के पदाधिकारी आचार्य सुनील सागर के पास गुरुवार को क्षमा मांगने और प्रायश्चित करने पहुंचे।

एक रहकर धर्म प्रभावना करना चाहिए

दिगम्बर जैन मुनि संघ सेवा समिति के अलावा समाज की विभिन्न संस्थाओं के 41 पदाधिकारी व सदस्य आर.के. कम्युनिटी सेंटर किशनगढ़ पहुंचे। उपवास साधना के कारण मौन होने पर मुनि सुश्रुत सागर ने कहा की अजमेर जैन समाज को संगठित और एक रहकर धर्म प्रभावना करना चाहिए। समाज को गुरुओं की सेवा करने का अवसर मिला है।

भक्ति से गुरुओं की सेवा करें,

श्रावक-श्राविकाएं श्रद्धा भक्ति से गुरुओं की सेवा करें, यही सबसे बड़ा प्रायश्चित है। समाज की संस्थाओं के उच्च पदों पर आसीन लोगों को विनम्रता रखनी जरूरी है। कुर्सी पर बैठने की चाह है तो जमीन पर बैठने का भी सामर्थ्य रखा चाहिए। ऐसा नहीं होने पर लोग कुर्सी की टांग खींचकर जमीन पर बैठा सकते हैं।

नहीं हो पुनरावृत्ति

मुनि सुश्रुत ने कहा कि समाज की सभी संस्थाओं को मिलकर आयोजन करना चाहिए। जो भी घटनाक्रम हुआ उसकी पुनरावृत्ति नहीं हो, यही प्रायश्चित है। सोशल मीडिया पर पुरानी बातों को दोहराने, लिखना बंद करना चाहिए। संतों की वाणी व उपदेश को सर्वोपरि मानते हुए आलोचना, निंदा, टिप्पणी व प्रतिक्रिया को विराम देना चाहिए। इस दौरान पदाधिकारियों ने आचार्य सुनील सागर से क्षमा याचना की।

यह रहे मौजूद

मुनि संघ सेवा समिति के अध्यक्ष सुशील बाकलीवाल, पदम चन्द सोगानी, महामंत्री कोमल लुहाडिया ,पंचायत छोटा धड़ा के मंत्री नितिन दोसी, जैसवाल दिगम्बर जैन मन्दिर कमेटी के मंत्री लोकेश ढिलवारी, सर्वोदय कालोनी मन्दिर के मंत्री विनय पाटनी, पंचशील मन्दिर के मंत्री सुनील सोगानी, दिगम्बर जैन सोशल ग्रुप के मंत्री अमित वैद, जैन मित्र मण्डल के मंत्री कमल पाटनी, महिला महासमिति से शांता काला,सुषमा जैन, रीता जैन,शानू जैन और अन्य।

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