हरिज्ञान का पुरा, कटेला पुरा के लोग करेंगे मतदान का बहिष्कार
– ग्रामीणों का कहना हैं कि 12 साल मे सेंथरी पंचायत में कई सडक़ों का निर्माण हुआ लेकिन हरिज्ञान का पुरा व कटेला का पुरा के लिए आज भी सडक़ नहीं हैं। अभी तक सांसद, मंत्री व विधायक बनाए लेकिन हमारे गांव की समस्याओं पर किसी ने लौटकर नहीं देखा। इसलिए मतदान के बहिष्कार का निर्णय लिया है।
मुरैना. जौरा जनपद की ग्राम पंचायत सैंथरी के हरिज्ञान का पुरा, कटेला पुरा के लोगों ने 7 मई को होने वाले लोकसभा चुनाव में मतदान का बहिष्कार कर दिया है। ग्रामीणों ने कटेला का पुरा आंगनबाड़ी केन्द्र पर एकत्रित होकर कहा कि हमारा पोलिंग बूथ गांव से करीब साढ़े तीन किमी दूर बनाया गया है। इस समय भीषण गर्मी पड़ रही है, ऐसी स्थिति में हम लोग मतदान करने कैसे जाएं इसलिए पूरे गांव ने मतदान के बहिष्कार का निर्णय लिया है। ग्राम पंचायत सेंथरी तहसील जौरा के पास-पास स्थित दो मजरा कटेला का पुरा एवं हरिझान का पुरा के मतदाताओं की संख्णा 766 है जिसमें महिला मतदाताओं की संख्या 360 एवं पुरूष मतदाताओं की संख्या 406 है। इन दोनों पुरा के लोगों का मतदान केन्द्र कमांक 74 पंचायत भवन गोकुल का पुरा में बनाया गया है। वहां तक पहुंचने का रास्ता भी ऊबड़-खाबड बीहड़ का रास्ता है जिसमें आम मतदाताओं को पोलिंग बूथ पर पहुंचने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ेगा। उक्त पोलिंग बूथ को कटेला का पूरा बनाए जाने की मांग ग्रामीण पूर्व में कर चुके हैं। निर्वाचन अधिकारी को मौखिक व लिखित रूप से परेशानी को अवगत कराया जा चुका है लेकिन आज तक उक्त पोलिंग बूथ को नहीं बदला है। इसको लेकर कटेला का पुरा व हरिज्ञान का पुरा के ग्रामीण रविवार को कटेला का पुरा के आंगनबाड़ी केन्द्र पर एकत्रित हुए और नारेबाजी कर मतदान का बहिष्कार का एलान किया। ये मांग भी हैं ग्रामीणों की
पंचायत मुख्यालय सेंथरी से हरिज्ञान का पुरा, कटैलापुरा को आने जाने का कोई पक्का रास्ता न होने से वर्षात के समय में प्रसूता महिला एवं ग्रामीणों के गंभीर रूप से बीमार हो जाने पर स्वास्थ्य लाभ न मिलने से नाराज हैं ग्रामीण।
कटैलापुरा में कोई शासकीय स्कूल न होने से बच्चे शिक्षा से वंचित है उक्त मूलभूत समस्याओ के बारे में अनेक बार शासन व प्रशासन व नेताओं से मांग की लेकिन उन समस्याओं का आज तक कोई निराकरण नहीं हुआ।
छोले का पुरा मोड़ से हरिज्ञान का पुरा तक 3 कि मी रोड का टुकड़ा डामरीकृत किया जाए। क्या कहते हैं ग्रामीण
गांव से साढ़े तीन किमी दूर पोलिंग बूथ बनाया है और 12 साल में सेंथरी पंचायत में सभी सडक़ बन चुकी हैं, लेकिन हमारी सडक़ का निर्माण नहीं किया है इसलिए मतदान का बहिष्कार करेंगे। मुन्नालाल कुशवाह, कटेला का पुरा
तीन किमी का रास्ता है, जो सडक़ नहीं हैं। हमने सबको वोट दिया, सांसद, विधायक बने लेकिन पलटकर नहीं देखा। डिलीवरी के समय एम्बुलेंस को फोन करते हैं तो मना कर देते हैं। प्रहलाद सिंह कुशवाह, हरिज्ञान का पुरा
सडक़, स्कूल व पोलिंग बूथ नहीं हैं। इससे पूर्व कई बार शिकायत की है। लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई है और भी मांग हैं वह पूरी नहीं हुई हैं इसलिए हमने मतदान के बहिष्कार का निर्णय लिया है। धर्मेन्द्र सिंह कुशवाह, रहवासी
पोलिंग बूथ साढ़े किमी दूर है। महिला व पुरुष को सडक़ न होने पर परेशानी हो रही है। हरिज्ञान का पुरा व कटेला का पुरा में स्कूल नहीं हैं, मतदान केन्द्र गांव में ही होना चाहिए। शिवकुमार कुशवाह, रहवासी