स्टेट कैंसर इंस्टीट्यूट के अधीक्षक डॉ. संदीप जसूजा ने बताया कि रेडियोथेरेपी की ये लीनियर एक्सेलरेटर मशीनें कहीं अधिक फोकस रेडिएशन एक्सपोजर देती हैं जिससे ट्रीटमेंट टाइम बहुत कम हो गया है और इलाज भी आसान हो गया है। नवीनतम मशीनें स्टीरियो टैक्सी सर्जरी कर सकती हैं जिससे एक ही बार में ट्यूमर खत्म हो सकता है। साथ ही आसपास के कैंसर सेल्स भी खत्म हो जाते हैं। इसमें रेडिएशन का पूरा प्रोसीजर 2 मिनट में खत्म हो जाता है। पहले की तरह रेडियोथेरेपी कराने वाले मरीजों में त्वचा पर कालापन आने और दूसरे साइड इफेक्ट्स इस मशीन से नहीं होंगे। इसका सबसे बड़ा फायदा यह रहेगा कि रेडिएशन एक्सपोजर के समय आसपास के अंगों को किसी तरह का नुकसान नहीं पहुंचेगा।
नई सीटी सिम्युलेटर मशीन से मरीज को स्कैन कर उसके ट्रीटमेंट की प्लानिंग सॉफ्टवेयर में ही वर्चुअली ही की जा सकेगी। इससे इलाज और ज्यादा सटीक हो जाएगा और इलाज के दौरान होने वाली जटिलता का बेहतर प्रबंधन किया जा सकेगा। ये सभी मशीनें शुक्रवार से सेवाएं देना शुरू कर देंगी। पूरे देश में कुछ ही सेंटर्स पर ऐसी तकनीक उपलब्ध है।