विशेष वार्ड बनाए
इसके अलावा चेन्नई और तुत्तुकुडी बंदरगाहों पर आने वाले यात्रियों पर भी नजर रखी जा रही है। जागरूकता संदेश वाला विज्ञापन लगाया गया है। दुनियाभर में मंकी पॉक्स से 223 मौतें दर्ज की गई हैं। अब तक भारत में विशेषकर तमिलनाडु में मंकी पॉक्स की कोई घटना नहीं हुई है। हालांकि, एहतियाती उपायों के लिए चेन्नई राजीव गांधी अस्पताल और तिरुचि, कोयम्बत्तूर और मदुरै में सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में विशेष वार्ड बनाए गए हैं।
डेंगू की रोकथाम के उपाय लगातार जारी तमिलनाडु में डेंगू की रोकथाम के उपाय लगातार किए जा रहे हैं। हमने निजी अस्पतालों से भी डेंगू के मरीजों पर नजर रखने को कहा है। अगले तीन महीनों में डेंगू का प्रकोप बढऩे की आशंका है। हमने मानसून के कारण एहतियाती कदम भी उठाए हैं। नगर पालिका और पंचायत संगठनों के सहयोग से डेंगू रोकथाम गतिविधियां संचालित की जा रही हैं। 2017 में डेंगू से वार्षिक मृत्यु दर 65 थी, लेकिन पिछले 4 वर्षों में यह 8 से 10 हो गई है। इस साल डेंगू से मरने वालों की संख्या बहुत कम है।