पहला: समय से पहले कोर्स पूरा किया जाता है। दूसरा: लगातार रिवीजन करवाया जाता है। तीसरा: एक्सपर्ट से मॉडल पेपर बनवाकर उनको हल करवाया जाता है। चौथा: निजी स्कूल संचालक व शिक्षक अच्छी मेहनत कर रहे हैं।
पांचवां: छात्र-छात्रा नियमित अध्ययन करते हैं। ———————————— एक दशक का परिणाम 2014-15 84.00 2015-16 83.17 2016-17 84.37 2017-18 87.54 2018-19 87.37 2019-20 88.27 2020-21 99.60
2021-22 91.29 2022-23 95.70 2023-24 97.74 इस वर्ष यह रहा परिणाम कुल पंजीकृत 26142 कुल परीक्षा देने वाले 25714 प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण 18680 द्वितीय श्रेणी से उत्तीर्ण 5631
तृतीय श्रेणी से उत्तीर्ण 818 उत्तीर्ण 3 कुल उत्तीर्ण 25132 प्रतिशत 97.74 प्रतिशत
टॉपिक एक्सपर्ट: ऐसे रहे नम्बर एक पर
हमने विषय के विशेषज्ञ शिक्षकों से मॉडल पेपर तैयार करवाए। इन पेपरों को बच्चों से हल करवाया गया। जिले के स्तर पर मिशन 100 चलाया, इसके लिए सभी को अलग-अलग जिम्मेदारी सौंपी गई। विभाग के अधिकारियों ने नियमित मॉनेटरिंग की। जिले के सभी संस्था प्रधानों ने कड़ी मेहनत की। छात्र-छात्राओं ने लक्ष्य तयकर नियमित मेहनत की। कोर्स समय से पहले पूरा कर रिवीजन करवाए गए। सभी के प्रयास से हमारा जिला दसवीं के परिणाम में नम्बर एक पर रहा। -सुभाष ढाका, जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक झुंझुनूं
यह फायदे होंगे
दसवीं का परिणाम पूरे राज्य में नम्बर एक पर रहने के कई फायदे होंगे। पहले भी झुंझुनूं जिले के पिलानी, बगड़ व झुंझुनूं सेंटर शिक्षा के केन्द्र रहे हैं। लगातार दूसरे साल नम्बर एक पर रहने से बच्चों का सीकर व कोटा जाने का पलायन रुकेगा। हमारे शिक्षण संस्थानों में फिर बच्चों को प्रवेश बढ़ेगा। दूसरे जिलों व दूसरे राज्यों के बालक-बालिकाएं पहले की तुलना में ज्यादा संख्या में झुंझुनूं में प्रवेश लेंगे। इससे प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से हजारों लोगों को रोजगार भी मिलेगा। वर्ष रैंक 2024 1 2023 1 2022 3