हर शुक्रवार को होती है स्क्रीनिंग
गैर संक्रामक रोगों की रोकथाम के लिए सरकार की ओर से हर शुक्रवार को प्रदेश के स्वास्थ्य केंद्रों से लेकर सिविल अस्पतालों तक मुफ्त स्क्रीनिंग की जाती है। इसके अलावा हर बुधवार यानी ममता दिवस पर महिलाओं की स्क्रीनिंग भी की जाती है।
गंभीर बीमारी होने पर मुफ्त इलाज भी
30 वर्ष से अधिक आयु का कोई भी व्यक्ति निकटतम सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों पर जाकर अपने स्वास्थ्य की नि:शुल्क जांच करा सकता है। स्क्रीनिंग में मधुमेह, उच्च रक्तचाप, हृदय रोग, लकवा और कैंसर रोगों की जांच की जाती है। कैंसर में मुंह और सर्वाइकल की जांच शामिल है। बीमारी गंभीर हो तो उन्हें सरकारी अस्पताल में भेजकर प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के अंतर्गत निशुल्क उपचार दिया जाता है।
स्क्रीनिंग के लिए 3.69 करोड़ लोग हुए पंजीकृत
स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार राज्य में 30 वर्ष से अधिक आयु के कुल 3.69 करोड़ नागरिक पिछले एक वर्ष में विविध सरकारी अस्पतालों में हेल्थ स्क्रीनिंग के लिए दर्ज हुए थे। इनमें से 3.43 करोड़ लोगों ने विविध अस्पतालों में स्क्रीनिंग के लिए फार्म भरे और कुल 2.54 करोड़ लोगों की पहली बार सफलतापूर्वक स्क्रीनिंग की गई।
30 वर्ष से अधिक आयु में वर्ष में एक बार स्क्रीनिंग की सलाह
स्वास्थ्य विभाग ने 30 वर्ष से अधिक आयु के सभी नागरिकों को वर्ष में एक बार स्क्रीनिंग की सलाह दी है। चिकित्सकों की सलाह है कि गैर संक्रामक रोगों का जल्द से निदान होगा तो आसानी से उपचार हो सकता है। ऐसे रोगों में विलंब ठीक नहीं है।