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धौलपुर: एसडीएम जायजा लेने पहुंची तो सफाई कर्मी कर रहे थे इलाज, दूसरा बिना चिकित्सक से मिला निजी अस्पताल

जिले में अवैध रूप से संचालित निजी अस्पताल, नर्सिंग होम व क्लिनिक की गहनता से जांच के लिए प्रशासन की ओर से गुरुवार को निरीक्षण की कार्रवाई की गई। निरीक्षण में चौकाने वाली हकीकत सामने आई।

धौलपुरMay 03, 2024 / 12:36 pm

rohit sharma

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धौलपुर. निजी अस्पताल का जायजा लेती एसडीएम व अन्य।

धौलपुर. जिले में अवैध रूप से संचालित निजी अस्पताल, नर्सिंग होम व क्लिनिक की गहनता से जांच के लिए प्रशासन की ओर से गुरुवार को निरीक्षण की कार्रवाई की गई। निरीक्षण में चौकाने वाली हकीकत सामने आई। एक निजी अस्पताल में सफाई कर्मी इलाज करते मिले तो दूसरे में चिकित्सक ही नहीं मिला। यहां एक आगरा के निजी चिकित्सक का प्रमाण पत्र जरूर टंगा मिला।
जिला कलक्टर श्रीनिधि बी टी के निर्देश पर उपखंड अधिकारी डॉ.साधना शर्मा के नेतृत्व में गठित टीम ने शहर में दो अस्पतालों का निरीक्षण किया। डॉ. शर्मा ने बताया कि निरीक्षण में सैंपऊ रोड स्थित अपंजीकृत मां भगवती चिकित्सालय अस्पताल की जांच की गई। जांच के दौरान पाया गया कि अस्पताल अवैध रूप से संचालित थाए वहां कोई भी चिकित्सक कार्यरत नहीं था। सफाई कर्मचारी मरीजों का इलाज कर रहे थे।
बिना विशेषज्ञ सर्जन हो रहे ऑपरेशन

शहर में वाटर वक्र्स चौराहे स्थित भारत हॉस्पिटल की भी जांच की गई। यह अस्पताल आगरा निवासी डॉ.जितेंद्र सिंह के नाम पंजीकृत बताया जा रहा था। निरीक्षण में सामने आया कि अस्पताल में डिलीवरी, सिजेरियन डिलीवरी, गॉलब्लैडर सर्जरी, जनरल सर्जरी से संबंधित ऑपरेशन किया जा रहे थे। एसडीएम ने जांच-पड़ताल की तो मौके पर कोई भी सर्जन चिकित्सक उपस्थित नहीं मिला। पूछताछ करने पर मालूम हुआ कि विगत दो दिवस से अस्पताल में आना भी नहीं बताया गया। बिना विशेषज्ञ सर्जन के अस्पताल में सर्जरी किस तरह की जा रही थी इसका जवाब भी अस्पताल में उपस्थित कार्मिक नहीं दे सके। उन्होंने बताया कि दोनों प्रकरणों में जांच रिपोर्ट तैयार कर कठोर कार्रवाई के लिए जिला कलक्टर को दी जा रही है। इसी प्रकार आगे भी कार्यवाही जारी रहेगी। निरीक्षण दल में उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.चेतराम मीणा, शहरी कार्यक्रम प्रबंधक प्रियंका त्रिपाठी, अखिलेश गर्ग शामिल रहे।
पत्रिका ने पहले बताया, नहीं दिया ध्यान

बता दें कि शहर में गली-मोहल्ले और कॉलोनियों में कुछ समय से बड़ी संख्या में निजी नर्सिंग होम और अस्पताल खुल गए हैं। गत दिनों इसको लेकर पत्रिका ने खबर भी प्रकाशित की थी लेकिन जिम्मेदारों की ओर से ध्यान नहीं दिया गया। अब जिला कलक्टर ने मामले में गंभीरता दिखाई तो हकीकत सामने आ गई। जबकि जिम्मेदार स्वास्थ्य विभाग ने तो इन अस्पतालों में जांच करना तक मुनासिब नहीं समझा। सूत्रों के अनुसार एक अधिकारी को निरीक्षण के लिए कहा तो वे अवकाश पर जाने की बात कहकर टाल गए। बता दें कि जिले में पंजीकृत 37 अस्पताल जिसमें 3 डेंटल और एक होमोपैथिक अस्पताल शामिल हैं। इसके अलावा जिले में कुल 18 पंजीकृत लैब संचालित हैं।
अवैध खनन के दौरान ट्रेक्टर ट्रॉली की जब्त

धौलपुर. अवैध खनन और लकड़ी परिवहन के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के दौरान गुरुवार को वन विभाग की टीम ने मनियां रोड से एक अवैध लकड़ी भरी ट्रेक्टर-ट्रॉली को जब्त किया है। हालांकि, बता दें कि मनियां इलाके में जिलेभर में सबसे अधिक अवैध रूप से लकड़ी पहुंचती है लेकिन इसके बाद भी कार्रवाई न होना सवालों के घेरे में है। साथ ही यहां बिना लाइसेंस के कई आरा मशीनें संचालित हैं।
उप वन संरक्षक धौलपुर वीण् चेतन कुमार के निर्देशों में अवैध खनन एवं अवैध लकड़ी परिवहन के विरुद्ध चलाये जा रहे अभियान में गश्त के दौरान गुुवार को लकड़ी से भरा हुआ ट्रेक्टर-ट्रॉली मनियां रोड पर अवैध परिवहन करते हुए वन विभाग की टीम ने जब्त किया है। कार्रवाई में वनपाल नीलेन्द्र भदौरिया, अरूण सिंह, आकाश, अजीत, राधाकृष्ण आदि मौजूद रहे।

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