तालाब में बाउंड्रीवाल निर्माण को लेकर कलेक्टर से शिकायत,समाजसेवियों ने जताई आपत्ति
स्थानीय लोगों ने कहा व्यक्ति विशेष को लाभ पहुंचाने हो रहा बाउंड्रीवाल का निमार्ण
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स्थानीय लोगों ने कहा व्यक्ति विशेष को लाभ पहुंचाने हो रहा बाउंड्रीवाल का निमार्ण
शहडोल. नगर के बाइपास रोड स्थित पौनांग तालाब में कराए जा रहे बाउण्ड्रीवाल निर्माण को लेकर स्थानीय रहवासियों व समाजसेवियों ने आपत्ति जताई है। स्थानीय रहवासियों व समाजसेवियों का आरोप है कि नगर पालिका व्यक्ति विशेष को लाभ पहुंचाने उनके प्राचीन मार्ग के साथ ही तालाब किनारे स्थित धार्मिक स्थलों का आवागमन अवरुद्ध करने का प्रयास कर रही है। बुधवार को कलेक्ट्रेट पहुंचे सोहागपुर व आस-पास के रहवासियों ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपते हुए वस्तुस्थिति से अवगत कराया है। उन्होने मांग की है कि पौनांग तालाब में कराए जा रहे बाउण्ड्रीवाल निर्माण पर तत्काल रोक लगाते हुए दोषियों पर कठोर कार्रवाई की जाए। नगर पालिका क्षेत्रान्तर्गत सोहागपुर स्थित पौनांग तालाब के किनारे धार्मिक स्थल है जहां अति प्राचीन प्रतिमाएं संग्रहित हैं और पूजा स्थल है। पौनांग तालाब सहित तीन तालाबों में नगर पालिका मनमानी पूर्वक व्यक्ति विशेष को लाभ पहुंचाने बाउण्ड्रीवाल का निर्माण करा रही है। लगभग 10-12 एकड़ में फैले पौनांग तालाब से तीन अन्य तालाब जुड़े हुए हैं। इसका कुल शासकीय रकवा 16-17 एकड़ हैं। पौनांग में पहुंचने के लिए दो रास्ते हैं। पौनांग मंदिर के मार्ग से 1960 से संचालित जूनियर हाईस्कूल एवं टेक्निकल हाईस्कूल में सोहागपुर के छात्र आवागमन कर रहे हैं। सोहागपुर के क्षेत्र के रहवासी वैवाह के समय पौनांग तालाब की पवित्र मिट्टी का उपयोग करते हैं। मंदिर में दर्शन के साथ ही शुभ कार्य प्रारंभ करते हैं। वर्ष 1999-2002 के बीच रीवा रोड के पौनांग मंदिर के रास्ते को बंद करने का प्रयास किया गया था। तत्कालीन कलेक्टर ने इस पर कार्रवाई करते हुए मंदिर मार्ग के दोनो ओर कटीले तार गड़वाकर अतिक्रमण मुक्त कराया गया था। वर्ष 2014-15 तक यही स्थिति बनी रही। इसके बाद उसी विवादित भूमि पर कब्रगाह के रूप में उपयोग करने का प्रयास किया गया था। इस पर तत्कालीन कलेक्टर मुकेश शुक्ला ने रोक लगाई थी। वर्ष 2015-16 में तत्कालीन प्रभारी मंत्री एवं वर्तमान में प्रदेश के उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने इन चारों तालाबों का निरीक्षण कर स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ताओं की मांग एवं जन भावनाओं देखते हुए गढ़ी से आने जाने वाले मार्ग के किनारे सामुदायिक भवन एवं चारो तालाबों के मेढ़ में भ्रमण करने व पाथ के दोनो तरफ पौधरोपण व उनकी सुरक्षा के लिए कटीले तार के लिए 2 करोड़ रुपए डीएमएफ मद से स्वीकृत कराया था। इसके बाद अब फिर से व्यक्ति विशेष को लाभ पहुंचाने तालाब के उत्तरी भाग में बाउण्ड्रीवाल का निर्माण प्रारंभ किया गया है। करोड़ी की शासकीय भूमि को छोंडकऱ तालाब के भराव की ओर बाउण्ड्रीवाल बनाई जा रही है। समाजसेवियों व स्थानीय लोगों ने मांग की है कि निर्माण कार्य पर रोक लगाते हुए तो मार्ग अवरुद्ध किया गया है उसे पुन: प्रारंभ कराया जाए।
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