उन्होंने कहा कि प्रदेश में प्रति एक लाख की आबादी पर 11.5 फीसदी पुरुष और 8 महिला मुंह के कैंसर Oral Cancer, 26 महिलाएं स्तन कैंसर Breast Cancer और 18.3 फीसदी महिलाएं सर्वाइकल कैंसर Cervical Cancer से जूझ रही हैं। योजना का लक्ष्य सिर्फ लोगों के रक्तचाप और मधुमेह की जांच करना और दवा पहुंचाना नहीं है। लंबे समय में लोगों को इन गैर-संचारी बीमारियों से होने वाली किडनी फेलियर, दिल के दौरे, स्ट्रोक जैसी जानलेवा बीमारियों से बचाना भी है।कर्नाटक इस तरह की दूरदर्शी योजना लागू करने वाला का एकमात्र राज्य है। समय से पहले होने वाली मौतों को रोकने, गैर-संचारी बीमारियों के इलाज के वित्तीय बोझ को कम करने और प्रत्येक नागरिक के लिए आवश्यक स्वास्थ्य देखभाल का प्रावधान सुनिश्चित करने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है।
कोलार जिले से इस योजना की शुरुआत की गई है। दो महीने बाद यह योजना पूरे राज्य में लागू हो जाएगी। स्वास्थ्य कर्मियों की एक टीम प्रतिदिन 15 घरों का निरीक्षण करेगी। मंगलवार, बुधवार, शुक्रवार और शनिवार को टीम घर का दौरा करती है।