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नई दिल्ली

वल्लभ को क्यों कहना पड़ा कि सीतारमण प्लूटो-जूपिटर की नहीं, भारत की वित्त मंत्री है

Congress: कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पर तंज करते हुए कहा कि देश महंगाई-बेरोजगारी से जूझ रहा है। वहीं वित्तमंत्री इससे राहत के उपाय की जगह ट्वीटर पर बता रही है कि प्लूटो-जूपिटर के अच्छे रंग बता रही है। सीतारमण प्लूटो और जूपिटर और उनकी वित्तमंत्री नहीं हैं। बल्कि भारत की वित्तमंत्री हैं।

नई दिल्लीJul 13, 2022 / 07:43 pm

Shadab Ahmed

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कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव वल्लभ (Gaurav Vallabh) ने पत्रकार वार्ता में कहा कि केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitaraman) को देश के लोगों के जीवन की कठिनाई को सॉल्व करना है। उनके जीवन में किस तरह रंग भरा जाए उस पर आपका फोकस होना चाहिए, आप नासा (NASA) के फोटो ट्वीट (Tweet) कर रही हैं और बता रही है कि दूसरे ग्रहों के रंग कितने अच्छे हैं, हवाएं कितनी अच्छी हैं। मुझे समझ में नहीं आ रहा कि उनके मन में हमारे देश के लोगों के रंग के प्रति कोई भी सकारात्मक उनके सुझाव का सकारात्मक पॉजिटिव एटीट्यूड क्यों नहीं है?

ध्रुवीकरण पर हल्ला, महंगाई पर साध लेते हैं मौन

वल्लभ ने कहा कि ध्रुवीकरण और सामाजिक सौहार्द बिगाडऩे की राजनीति पर भाजपा खूब शोर मचाती है, लेकिन बढ़ती महंगाई, बेरोजगारी और गिरते रुपए की साख पर मौन बैठ जाती है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के पास महंगाई-बेरोजगारी को लेकर कोई रणनीति नहीं है।
जून में 25 लाख लोग हुए बेरोजगार
वल्लभ ने कहा कि सरकारी आंकड़ों के मुताबिक 2020 और 2021 के दौरान देश में बेरोजगारी की दर 7.8 प्रतिशत तक बढ़ गई है। जून में 25 लाख लोगों को नौकरियों से हाथ धोना पड़ा है। ग्रामीण क्षेत्रों में बेरोजगारी दर 8.03 प्रतिशत पर पहुंची है। चिंता की बात यह है कि देश की 70 फीसदी आबादी ग्रामीण क्षेत्रों में है। अप्रेल से जून के बीच तीन महीने के दौरान महंगाई दर 7.3 प्रतिशत रही है, जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में यह 7.9 प्रतिशत तक है। वित्त मंत्री को सब्जियों की महंगाई दर 17.37 प्रतिशत से कम करने के उपाय बताने चाहिए। इस सरकार ने आटे, दही-पनीर, छाछ, मूली पर 5 फीसदी जीएसटी लगाकर लोगों के जले पर नमक छिडक़ा है।

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