बताया गया कि हार्ट संबंधी बीमारी, हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज और सांस की बीमारी से जूझ रहे लोगों को इस ओमिक्रॉन वेरिएंट से संक्रमित होने का खतरा ज्यादा है। इसके साथ ही विशेषज्ञों का कहना है कि कमजोर इम्यूनिटी या बुजुर्ग लोगों को इससे अधिक सावधान रहने की जरूरत है। ऐसे लोगों के लिए ओमिक्रॉन घातक साबित हो सकता है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि स्वस्थ्य इंसान और कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लगवा चुके लोगों को ओमिक्रॉन से संक्रमित होने का खतरा थोड़ा कम हो जाता है। हालांकि इसका मतलब यह नहीं कि आप कोरोना से बिल्कुल सुरक्षित हैं। इसके साथ ही अगर बच्चों में कोरोना के खतरे की बात करें तो 5 साल से कम उम्र के बच्चों में इसका ज्यादा असर देखा गया है। बता दें कि अभी देश में बच्चों को कोरोना वैक्सीन नहीं लग रही है, ऐसे में बच्चों को अधिक सक्रिय रहने की जरूरत है।