92.17 फीसदी महिलाओं ने मतदान किया असम के धुबरी में, जो सबसे ज्यादा है। इसके बाद पश्चिम बंगाल के तामलुक में 87.57 फीसदी मतदान हुआ।
111 महिला उम्मीदवार थीं महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा। इसके बाद उत्तर प्रदेश में 80 और तमिलनाडु में 77 उम्मीदवार थीं।
- 47.63 करोड़ महिला मतदाता थीं इस बार, जबकि पिछली बार 43.85 करोड़ थीं।
-पुडुचेरी में महिला मतदाताओं का प्रतिशत सबसे ज़्यादा (53.03%) रहा, उसके बाद केरल (51.56त्न) रहा।
-महिला-पुरुष मतदाता अनुपात पहली बार 946 रहा इस बार, जो पिछली बार के 926 से ज्यादा था।
-97.97 करोड़ हुई पंजीकृत मतदाताओं की संख्या 2024 में, जो 2019 के मुकाबले 7.43 त्न अधिक थी। तब 91.19 करोड़ मतदाता थे।
-सबसे ज्यादा 92.3 फीसदी मतदान असम के धुबरी में हुआ, जबकि सबसे कम 38.7त्न मतदान जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में हुआ।
-63.71 लाख वोट (0.99) फीसदी वोट नोटा पर पड़े इस चुनाव में, जो 2019 के मुकाबले 1.06 फीसदी कम है।
10, 37, 848 मतदान केंद्र बनाए गए, जो पिछली बार से 10,37,848 ज्यादा हैं।
-40 मतदान केंद्रों पर पुनर्मतदान हुआ, जबकि 2019 में 540 पर हुआ था।
-उत्तर प्रदेश में सबसे ज़्यादा 1,62,069 मतदान केंद्र बनाए गए, जबकि लक्षद्वीप में सबसे कम 55 मतदान केंद्र बनाए गए।
- 2024 के लोकसभा चुनावों में 12,459 नामांकन दाखिल किए गए, जो 2019 में 11,692 से थोड़ा अधिक है।
- सबसे अधिक 114 नामांकन तेलंगाना के मलकाजगिरी में हुए, जबकि असम के डिब्रूगढ़ में सबसे कम तीन नामांकन हुए।
- 2024 के लोकसभा चुनाव में पंजीकृत थर्ड-जेंडर मतदाताओं की संख्या में 23.5त्न की वृद्धि देखी गई, जो 2019 में 39,075 से बढकऱ 48,324 हो गई। तमिलनाडु में सबसे अधिक थर्ड-जेंडर मतदाता (8,467) पंजीकृत हुए।
- नतीजों में छह राष्ट्रीय दलों ने भाग लिया, जिन्हें कुल वैध मतों का 63.35त्न प्राप्त हुआ।
- कुल 3,921 स्वतंत्र उम्मीदवार थे, जिनमें से केवल सात ही जीत पाए; 3,905 ने अपनी जमानत जब्त कर ली, जो वैध मतों का 2.79त्न था।
-7,190 उम्मीदवारों की जमानत जब्त, जो 2019 में 6,923 से अधिक है।
-विदेशी मतदाताओं की संख्या बढकऱ 1,19,374 हो गई, जो 2019 में 99,844 थे।