संजय राउत ने यह बयान शरद पवार के द्वारा राजनीतिक रैलियों में दिए गए भाषणों पर आधारिक एक किताब ‘नेमकेची बोलाने’ के विमोचन पर कही। शिवसेना सांसद राउत ने कहा कि करीब 25 साल पहले शरद पवार ने कहा था कि बीजेपी देश में एकता नहीं चाहती, इसका तरीका विभाजनकारी है। तब हमें यह बात समझ नहीं आई थी, लेकिन दो साल पहले हमें इसका अहसास हुआ। राउत ने कह कि किताब का नाम इतना अच्छा है कि हमें इसे पीएम मोदी को गिफ्ट करना चाहिए। उन्हें इससे कुछ चीजें जानने की आवश्यकता है।
बता दें कि महाराष्ट्र में शिवसेना और भारतीय जनता पार्टी दो दशक से अधिक समय तक साथ रहीं। वहीं साल 2019 में हुए विधानसभा चुनाव में शिवसेना ने भाजपा का साथ छोड़ दिया। इसके साथ ही शिवसेना ने एनसीपी और कांग्रेस के साथ मिलकर राज्य में सरकार बनाई है। इसके बाद से दोनों पार्टियां एक-दूसरे पर निशाना साधने का कोई मौका नहीं छोड़ती हैं।