इस दौरान राकेश सिन्हा ने राहुल गांधी द्वारा गांधी और गोडसे का जिक्र करने पर भी आपत्ति जताई है। उनका कहना है कि राहुल गांधी को महात्मा गांधी के बारे में पढ़ने की जरूरत है, अगर वो गांधी के बारे में पढ़ने तो भविष्य में ऐसे बयान देने से बचेंगे। उन्होंने बताया कि महात्मा गांधी ने अपने ही पुत्र हीरालाल गांधी का धर्म परिवर्तन का विरोध किया था, वहीं राहुल गांधी तो आज धर्म परिवर्तन करने वालों के साथ खड़े हैं। अगर राहुल गांधी का वश चले तो भारत में वेटिकन का शासन होगा।
बता दें कि कल हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने भी राहुल गांधी के बयान पर आपत्ति जाहिर की थी। ओवैसी ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि भारत केवल हिंदुओं का नहीं बल्कि हर भारतीय का है। ओवैसी ने कांग्रेस के सेक्युलरिजम पर तंज कसते हुए पूछा कि हिंदुओं को सत्ता में लाना कैसे सेक्युलर अजेंटा हो सकता है। असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि राहुल और कांग्रेस ने हिंदुत्व की जमीन को उपजाऊ बनाया है और अब वे बहुसंख्यकवाद की फसल काटने की कोशिश कर रहे हैं।
गौरतलब है कि महंगाई हटाओ रैली में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने हिंदू और हिंदुत्व का फर्क बताया था। उन्होंने कहा कि हिंदू वह है जो सभी धर्मों का सम्मान करता है, सभी को गले लगाता है और किसी से नहीं डरता। इस दौरान उन्होंने गांधी और गोडसे का भी जिक्र किया, राहुल ने कहा कि महात्मा गांधी हिंदू थे जबकि गोडसे हिंदुत्ववादी। उन्होंने महंगाई के लिए हिंदुत्ववादियों को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि इन्हें हर कीमत पर सत्ता चाहिए।