शुक्रवार को प्रदर्शनकारी युवाओं ने पलामू, बोकारो, पूर्वी सिंहभूम, धनबाद, देवघर, चतरा, हजारीबाग और जमशेदपुर में छात्रों ने विरोध दर्ज कराया। अग्निपथ भर्ती योजना के विरोध में सैकड़ों युवा सड़क पर उतरे। प्रदर्शनकारियों ने रेलवे ट्रैक पर उतरकर कई ट्रेनों का रास्ता रोक दिया है। छात्रों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और योजना को वापस लेने की मांग की। नारेबाजी करते हुए दर्जनों युवाओं ने रेल लाइन पर टायर जलाकर विरोध जताया। वहीं आंदोलन की वजह से 2 ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं, जबकि लगभग दर्जन भर ट्रेनों का आवागमन प्रभावित हुआ है। रांची-लोहरदगा जाने वाली पैसेंजर ट्रेन को भी रद्द किया गया है।
युवकों ने पूर्वी सिंहभूम जिले के जुगसलाई रेलवे फाटक के पास रेल लाइन जाम कर ट्रेन का परिचालन बाधित कर दिया। रेल लाइन जाम करने के दौरान टाटा-दानापुर एक्सप्रेस को रोक दिया गया था। जानकारी मिलने पर रेलवे पुलिस और रेलवे के अधिकारी फाटक के पास पहुंचे और युवाओं को समझाया। इसके बाद युवक रेल लाइन खाली कर थाना पहुंचे और धरना दिया। जाम के दौरान कई ट्रेनें अलग-अलग स्टेशनों पर रुकी रहीं।
घाटशिला स्टेशन पर दुरंतो, चाकुलिया में जन शताब्दी और झाड़ग्राम स्टेशन पर इस्पात एक्सप्रेस को रोक कर रखा गया। बोकारों में रांची-पटना सुपर फास्ट ट्रेन को रोका गया। धनबाद जंक्शन पर छात्रों ने रेलवे पटरी को जाम कर दिया, जिससे ट्रेनों की आवाजाही ठप हो गई। फिलहाल अप और डाउन दोनों ट्रैकों पर आवाजाही ठप है। पलामू में युवाओं ने डालटनगंज रेलवे स्टेशन पर रेलवे ट्रैक को जाम कर दिया। इधर एक मालगाड़ी के इंजन में तोड़फोड़ की गई है। करीब 45 मिनट तक डालटनगंज रेलवे स्टेशन पर युवाओं ने ट्रैक को जाम रखा था। चतरा के जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम में छात्रों व अभ्यर्थियों ने जोरदार प्रदर्शन किया है।
विद्यार्थियों का कहना है कि केंद्र सरकार बड़े उद्योगपतियों को फायदा पहुंचाने के लिए यह योजना लाई है। इससे उनका भविष्य अंधकारमय हो जाएगा। 4 साल के बाद 75% युवाओं को प्रशिक्षण देने के बाद निकाल दिया जाएगा। ऐसे युवक प्राइवेट कंपनी में 10 से 15 हजार का नौकरी करने पर मजबूर होंगे। सोची-समझी राजनीति के तहत यह योजना लाई गई है।