बता दें कि भारत में अब तक कोरोना के नए वेरिएंट के 33 मामले सामने आए हैं। इनमें से किसी भी मरीज को कोई गंभीर समस्या नहीं है। सभी का इलाज चल रहा है और उनकी हालत स्थिर बनी हुई है। बता दें कि इन मरीजों में कोरोना के गंभीर लक्षण भी नहीं मिले हैं। वहीं वे अच्छी तरह रिकवर भी कर रहे हैं।
ओमिक्रॉन वेरिएंट डेल्टा की तुलना में कितना घातक है, इसके बारे में कुछ भी कहने के लिए आइसीएमआर के महानिदेशक डॉ. बलराम भार्गव किसी निष्कर्ष पर पहुंचने से पहले 3-4 हफ्ते का समय मांगा है। वहीं कोरोना प्रबंधन से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि ओमिक्रोन के नए स्वरूप में सामने आया कोरोना वायरस तेजी से फैल रहा है, लेकिन अभी तक मिले डाटा से साफ हो गया है कि इस क्रम में यह पहले की तुलना में कम घातक है।