अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान दिल्ली के पूर्व निदेशक डॉ. एमसी मिश्र का कहना है कि कोरोना के मामलों में पिछले कुछ दिनों से उतार-चढाव देखने को मिल रहा है। कुछ मामलों के बढ़ने से तीसरी लहर का अऩुमान नहीं लगाया जा सकता है। हालांकि उन्होंने यह माना कि अचानक डेल्टा वेरिएंट के आने से स्थिति बिगड़ सकती है। अगर लोगों ने सावधानी बरती तो कोई खतरा नहीं है। इसको लेकर 15 नवंबर तक स्थिति साफ हो जाएगी। हाल ही में विशेषज्ञों ने कहा था कि अगर कोरोना का कोई नया वेरिएंट सामने नहीं आया तो भारत में तीसरी लहर का खतरा टल जाएगा।
बता दें कि भारत में त्योहारों का सीजन चल रहा है। पहले नवरात्रि, फिर दशहरा और अब दिवाली और छठ पूजा को लेकर लोगों में उत्साह है। वहीं सरकार लोगों को लगातार कोरोना नियमों का सख्ती से पालन करने की अपील कर रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि भारत में अलगे 20 दिन चुनौतीपूर्ण हैं, त्योहारों में अक्सर लोग इकट्ठे होकर जश्न मनाते हैं। लेकिन अभी कोरोना महामारी खत्म नहीं हुई है। ऐसे में हमें नियमों का सख्ती से पालन करना है।