मुंबई का रहने वाला अमान सलीम शेख़ नौसेना जासूसी कांड का मुख्य आरोपी है। इसके साथ मिलकर एक पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के एजेंट ने भारतीय नौसेना कर्मी को झाँसे में लिया। नौसेना के कर्मचारी को हनीट्रैप किया और उसके ज़रिए नौसेना और रक्षा क्षेत्रों के महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों की खुफिया जानकारी जुटाने की साज़िश रची थी।
राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण ने अमान सलीम शेख़ के ख़िलाफ़ आँध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम की एनआइए की स्पेशल कोर्ट में चार्जशीट दाख़िल की। अमान के ख़िलाफ़ IPC की अलग अलग धाराओं और UAPA के तहत केस दर्ज किया था।
5 जून 2023 को जब नौसेना जासूसी कांड से जुड़ा मामला राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण के पास आया तो कई हैरान कर देने वाले तथ्य सामने आए। यह जानकारी मिली कि मुंबई का रहने वाला अमान पाकिस्तानी जासूस उस्मान के इशारे पर देश विरोधी काम कर रहा था। अमान भारत विरोधी साजिशों में शामिल था। अमान को पाकिस्तानी जासूस मीर बालाजी ख़ान, एलवन, सहित कई अन्य पाकिस्तानी जासूसों से पैसे मिल रहे थे। ये पैसे कृपटो करेंसी (Crypto) के ज़रिये दिए जा रहे थे। पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी के एजेंटों द्वारा भारत के ख़िलाफ़ साजिशों को अंजाम देने के बाद यह पैसे अमान को भेजे जाते थे।