दो लाख बल्ड यूनिट जुटाने की है कोशिश पंकज डागा ने कहा कि 17 सितंबर को होने वाली इस ड्राइव में दो लाख ब्लड यूनिट जुटाने की कोशिश है। देश समेत दुनिया के 37 से ज्यादा देशों में इसका आयोजन किया जाएगा। यह अच्छा संयोग हैं कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जन्म दिवस भी इसी दिन है। रक्त दान करने के लिए लोग केंद्र सरकार की आरोग्य सेतु एप और eraktkosh की वेबसाइट पर भी जाकर रजिस्टर कर सकते हैं। इनमें लोगों को रक्तदान शिविरों की सभी जानकारी उपलब्ध होगी।वहीं, एमबीडीडी परामर्शक राजेश सुराणा ने बताया कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में देश ने कोविड की जंग को जीता। देश की जनता को वैक्सीनेशन दिया गया। अब इस रक्तदान अभियान के माध्यम से पूरे देश में एकता व रक्तदान के प्रति जागरूकता का संदेश प्रसारित किया जाएगा। इसके के लिए भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय ने हमारी संस्था को प्रतिनिधित्व करने का अवसर प्रदान किया है।
कई ब्लड डोनेशन कैंप का आयोजन कर चुका है परिषद परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री पवन मांडोत ने बताया कि संस्था ने 17 सितंबर 2012 को एक दिन में देश के 276 शहरों एवं कस्बों में 651 रक्तदान शिविरों के माध्यम से 96,600 यूनिट रक्त संग्रह का कीर्तिमान रचा था। संस्था ने 6 सितंबर 2014 को देश के 286 स्थानों पर 682 रक्तदान शिविरों के माध्यम से 100212 यूनिट रक्तदान के साथ अपना नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज करवाया था। 2016 में एक वर्ष तक लगातार 366 दिनों तक 410 स्थानों पर 468 रक्तदान शिविरों के साथ विश्व के सबसे लंबे समय तक निरंतर चलने वाले रक्तदान अभियान के रूप में इंडिया बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में परिषद का नाम दर्ज हुआ। 2020 में कोविड-19 की परिस्थितियों व लॉकडाउन की स्थिति में भारत सरकार के अनुरोध पर 55 हजार यूनिट रक्तदान एवं एक महिने में 2 हजार प्लाज्मा डोनेशन के साथ एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड और ग्लोबल रिकॉर्ड एंड रिसर्च फाउंडेशन, एशिया पैसिफिक रिकॉर्ड्स में परिषद का नाम दर्ज हुआ।