इन्फ्लूएंजा , जिसे फ्लू या ग्रिप भी कहा जाता है , ऊपरी या निचले श्वसन पथ का एक तीव्र वायरल संक्रमण है जो बुखार , ठंड लगना, और मांसपेशियों में कमजोरी और दर्द की एक सामान्यीकृत भावना के साथ-साथ सिर और पेट में दर्द की अलग-अलग डिग्री के साथ चिह्नित होता है। इन्फ्लूएंजा या फ्लू से होने वाला सर्दी जुकाम वायरस जनित होता है। यह आमतौर पर एक दूसरे से फैलता है। अगर किसी को फ्लू है और उसके संपर्क में कोई आता है तो उसे भी फ्लू हो सकता है। यह मरीज में एक से डेढ़ हफ्ते तक रह सकता है। इसमें भी मरीज को सर्दी-जुकाम होता है और शरीर में बुखार रहता है।हालांकि बुखार बहुत तेज नहीं होता।इसमें नाक लगातार भी बह सकती है।
सर्दी जुखाम बुखार के साथ यदि आपको इन तीनो चीज़ों का अनुभव हो रहा हो तो इसको हम कॉमन कोल्ड कह सकते हैं।
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साफ सफाई—स्वच्छता पर ध्यान दें इन्फ्लूएंजा वायरस हो जाने पर सबसे पहले तो स्वच्छता पर ध्यान दें। जैसे खाना खाने से पहले हाथों को जरूर धोएं। इसके अलावा शरीर को अधिक से अधिक आराम दें। बचने का तरीका
अदरक का सेवन
वायरस होने के चलते बुखार होता है। जिसके चलते पानी की कमी हो जाती है।साथ ही आप कोशिश करें की हर बार अदरक को किसी न किसी प्रकार से अपने खाने में जरूर शामिल करें। इससे शरीर में पानी की पूर्ति होने के साथ हीं साइनस में फायदा करता है।