दरअसल कांग्रेस सांसद वी वैथिलिंगम ने पिछले तीन वर्षों में देश में टोल प्लाजा की ओर से वसूली गई धनराशि का ब्यौरा मांगा था। उन्होंने अतारांकित सवाल में यह भी पूछा था कि टोल संग्रह के लिए मुकदमेबाजी झेल रहे टोल प्लाजाओं की संख्या कितनी है। कांग्रेस सांसद ने सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय से यह भी बताने को कहा था कि क्या टोल टैक्स की दरों को कम करने के लिए समीक्षा करने की तैयारी है?
इसका जवाब देते हुए केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने बताया कि वर्ष 2018-19 में 25092.38 करोड़, 2019-20 में 27636.05 करोड़ और 2020-21 में 28499.12 करोड़ रुपये का टोल कलेक्शन हुआ।
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने बताया कि देश में कुल 12 टोल प्लाजा पर शुल्क को लेकर मुकदमेबाजी में फंसे हैं। इसमें लगभग 76 करोड़ रुपये शामिल हैं। केंद्रीय मंत्री ने यह भी बताया कि सरकार का एक दशक से भी पहले निर्मित राष्ट्रीय राजमार्गों के लिए शुल्क की समीक्षा करने का कोई प्रस्ताव नहीं है। इस प्रकार केंद्रीय मंत्री के जवाब से स्पष्ट है कि मंत्रालय, फिलहाल राष्ट्रीय राजमार्गों पर टोल शुल्क की समीक्षा करने के मूड में नहीं है।