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नई दिल्ली

अंतरिक्ष में सुसु और पॉटी करना नहीं है आसान, ये है गगनयान का टॉयलेट, जानें कैसे करते हैं एस्ट्रोनॉट इसका इस्तेमाल

ISRO ने गगनयान का एक मॉडल लोगों को प्रदर्शित किया जिसमें एस्ट्रोनॉट अंतरिक्ष में जाने वाले हैं। इस यान में लगे टॉयलेट का इस्तेमाल अंतरिक्ष यात्री कैसे करेगें, चलिए आपको बताते हैं।

नई दिल्लीJul 23, 2022 / 09:28 pm

Archana Keshri

Isro Gaganyaan Orbital Spacecraft waste management toilet system, know all details about this toilet

Isro Gaganyaan Orbital Spacecraft waste management toilet system, know all details about this toilet

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के अध्यक्ष एस सोमनाथ ने अन्य वरिष्ठ वैज्ञानिकों के साथ आजादी की अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में बेंगलुरु में मानव अंतरिक्ष उड़ान एक्सपो का उद्घाटन किया। इसरो जल्द ही अपने पहले मानव रहित मिशन गगनयान की शुरुआत कर रहा है। ISRO अगले साल गगनयान लॉन्च करने की तैयारी में हैं। बताया जा रहा है कि तीन दिन के लिए गगनयान धरती के चारों तरफ चक्कर लगाने के लिए छोड़ा जाएगा।
इस कार्यक्रम में इसरो ने प्रदर्शनी में गगनयान का मॉडल प्रदर्शित किया। वैज्ञानिक ने इस नए गगनयान का मॉडल लोगों के सामने प्रदर्शित करते हुए बताया कि यह आकार में असली गगनयान के बराबर है। वहीं इस गगनयान की यात्रा करने वाले तीन भारतीय वायुसैनिकों की एस्ट्रोनॉट ट्रेनिंग बेंगलुरु के ह्यूमन स्पेस फ्लाइट सेंटर में चल रही है। अब गगनयान जब तीन दिन तक अंतरिक्ष में रहेगा तो एस्ट्रोनॉट्स यानी हमारे गगननॉट्स खाएंगे, पीएंगे, सोएंगे और टॉयलेट भी जाएंगे। इसके लिए गगनयान में सारी सुविधाओं की व्यवस्था की गई है।
जी हां, गगनयान में टॉयलेट की भी व्यवस्था की गई है। गगनयान में बनाया गया टॉयलेट भी नासा के स्पेस स्टेशन में मौजूद टॉयलेट से कम भी नहीं है। ISRO ने अपने इस टॉयलेट को वेस्ट मैनेजमेंट सिस्टम नाम दिया है। इस टॉयलेट में गगननॉट्स बिना किसी दिक्कत के सुसु-पॉटी कर पाएंगे। अब आप सोच रहे होंगे आखिर गगनयान का यह टॉयलेट आम टॉयलेटों से अलग क्यों है? तो आपको बता दें स्पेस में सुसु और पॉटी करना आसान काम नहीं है।
जैसा कि ये सभी जानते हैं की स्पेस में ग्रेविटी न होने के कारण सभी चीजें तैरने लगती हैं। ठीक वैसे हीं शरीर से निकलने वाला मल भी तैरने लगता है। साथ ही अगर आपके शरीर से फोर्स के साथ मल निकलता है तो आपकी बॉडी भी वैक्यूम में ऊपर की ओर उड़ सकती है। इसलिए इस टॉयलेट में सीट के अगल-बगल रीस्ट्रेन्स लगे हैं। इसे गगननॉट्स अपनी जाघों में फंसाकर रखते हैं या फि इसे पकड़कर रखते हैं।

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इसके साथ ही पैरों को फंसाने के लिए बी नीचे की तरफ फुट रीस्ट्रेन लगाया गया है जिसमें पैर फंसाकर बैठा जा सके। इस टॉयलेट में एक सक्शन ट्यूब लगा हुआ है जिसके ऊपर एक कोन लगा है, ये पेशाब करने के लिए बनाई गई है। तस्वीर में आप देख सकते हैं, इसके ठीक पीछे एक सफेद रंग की सीट बनी है जिसमें एक छेद बना हुआ है, इसका इस्तेमाल पॉटी के लिए किया जाएगा।
ये तो बात हो गई की इसका इस्तेमाल कैसे किया जाएगा। अब आपको बताते हैं कि यूरीन और मल कहां जाएगा? तो आपको बता दें, गगनयान के टॉयलेट में पेशाब के लिए 10 लीटर और मल के लिए 15 लीटर की टंकी लगी होगी, जिसमें पेशाब और मल स्टोर होगा। मगर आपको बता दें इस टॉयलेट में एक ऐसा सिस्टम भी है जो यूरिन से बद्बू निकाल देगा और साथ ही मल से सारा पानी निकाल कर उसे सुखाकर स्टोर करेगा।

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