ऐतिहासिक निर्णय: गृह मंत्रालय ने CAPFs के लिए हिंदी और अंग्रेजी के अलावा क्षेत्रीय भाषा को दी मंजूरी
अवैध खेती की पहचान के लॉंच हुआ ऐप
केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि अवैध खेती की पहचान के लिए आज एक ऐप लॉंच हुई है। एनसीबी की वार्षिक रिपोर्ट जारी हुई है और इसके साथ ही इंदौर के क्षेत्रीय कार्यालय का भी उद्घाटन हुआ है। उन्होंने कहा कि ये सारे कदम नारकोटिक्स के खिलाफ हमारी लड़ाई को गति देने वाले साबित होंगे। श्री शाह ने कहा कि आने वाली पीढ़ियां हमारे देश के विकास की नींव होती हैं और नारकोटिक्स इन पीढ़ियों को खोखला कर देता है और अगर देश के विकास की नींव ही खोखली हो, तो इस पर एक मज़बूत देश की रचना नहीं हो सकती है। उन्होंने कहा कि नारकोटिक्स देश की युवा पीढ़ी को बर्बाद करने के साथ-साथ देश के अर्थतंत्र पर भी अपना दुष्प्रभाव डालता है। नारकोटिक्स की तस्करी देश के अर्थतंत्र के साथ-साथ नार्को टेरर के माध्यम से देश की सीमाओं और उनकी सुरक्षा में सेंध लगाने का काम करती है।
शाह ने कहा कि दुनिया के कई देश नारकोटिक्स के खिलाफ लड़ाई हार चुके हैं लेकिन भारत आज एक ऐसे पड़ाव पर है कि इस लड़ाई को हम 130 करोड़ की आबादी वाले देश के संकल्प के साथ जीत सकते हैं। उन्होंने कहा कि इस लड़ाई को हारने के 3 कारण हो सकते हैं- ये लड़ाई सिर्फ सरकार की लड़ाई नहीं है, बल्कि पूरी जनता की लड़ाई है। ये किसी एक विभाग की लड़ाई नहीं है, बल्कि सभी को मिलकर समान तीव्रता के साथ इसे लड़ना है, और अप्रोच में गलती, हमारा लक्ष्य स्पष्ट होना चाहिए। जो ड्रग्स का सेवन करता है वो पीड़ित है और जो ड्रग्स का कारोबार करता है वो गुनहगार है और हमें उससे कठोरता के साथ निपटना चाहिए।
शाह ने कहा कि हमें ‘Bottom to Top’ और ‘Top to Bottom’ के अप्रोच के साथ आगे बढ़ना होगा और नशे के पूरे नेटवर्क को ध्वस्त करना होगा। उन्होंने कहा कि कुछ चुनिंदा अंतर्राज्यीय और अंतर्राष्ट्रीय मामलों को ‘Bottom to Top’ और ‘Top to Bottom’ अप्रोच को विकसित करने के लिए एनसीबी को देना चाहिए। जिससे इनका अच्छे से इन्वेस्टिगेशन हो सके।