इसलिए कम होंगी कीमतें सरकार ने इस साल के लिए 56,000 टन का बपर स्टॉक बनाया था। लेकिन यह प्याज का स्टॉक बढ़ती प्याज की कीमतों को रोकने में नाकाम रहा। देश कुछ शहरों में प्याज की कीतम 100 रुपये प्रति किलो पार कर गई। लिहाजा सरकार को प्याज का आयात करना पड़ा। इसलिए सरकार ने अब 1 लाख टन प्याज का बफर स्टॉक बनाने का फैसला किया है। क्योंकि सरकार नही चाहती कि अगले साल भी प्याज राजनीति का मुद्दा बना रहे।
GoM मीटिंग में हुई चर्चा गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में मंत्रियों के समूह (GoM) की हालिया मीटिंग में इस मुद्दे पर विस्तार से चर्चा हुई। इस मीटिंग में यह फैसला लिया गया कि अगले साल के लिए साल के लिए प्याज का बफर स्टॉक 1 लाख बनाया जाएगा। प्याज का बफर स्टॉक Nafed को करना होता है। जो कि अगले साल भी Nafed को ही बफर स्टॉक बनाना है।
प्याज पर राजनीति नही आपको बता दें कि इस साल खरीफ और खरीफ के बाद गर्मियों में प्याज के उत्पादन में गिरावट आई है। साथ ही कोलकाता और महाराष्ट्र में बेमौसम बारिश के चलते प्याज की कीमतों में बढ़ोतरी हो गई। ऐसे में प्याज की बढ़ती कीमतों पर लगाम कसने के लिए सरकार ने निर्यात पर रोक लग दी। अब बफर स्टॉक बनाने के कदम से लोगों को राहत मिलती है या नही ये तो आने वाला समय ही बताएगा। लेकिन सरकार इस मुद्दे पर और राजनीति नही चाहती इसिलए ये फैसला लिया गया है।