Iran समर्थित आतंकी संगठन हिजबुल्ला के नेताओं के X अकाउंट्स वैरिफाई दरअसल हाल ही में टेक ट्रांसपेरेंसी प्रोजेक्ट (TTP) ने एक रिपोर्ट दुनिया के सामने रखी है, जिसमें बताया गया है कि दिग्गज बिजनेस टाइकून Elon Musk की कंपनी X, जिसे हम पहले Twitter के नाम से जानते थे, वो दुनिया में दहशतगर्दी मचाने वाले आतंकियों को प्रीमियम फैसलिटीज़ (Premium Service Of X) दे रही है, उनके अकाउंट्स को ब्लू टिक (Blue Tick) दे रही है, उनके अकाउंट्स वेरिफाई कर रही है, और इसके बदले में ये आतंकी संगठन और आतंकी X को मोटी रकम भी पकड़ा रहे हैं, जैसा कि इस कंपनी की पॉलिसी है। आपको जानकर हैरानी होगी कि इस सोशल मीडिया साइट X, ईरान समर्थित आतंकवादी संगठन हिज़बुल्ला के प्रमुख नेताओं के अकाउंट्स को वैरिफाई कर रही है, उन्हें ब्लू टिक देने के अलावा वो सारी सुविधाएं दे रही है जो एक प्रीमियम सर्विस टेकर को दी जाती हैं।
हिजबुल्ला के सबसे खतरनाक आतंकी को ‘X’की प्रीमियम सर्विस बता दें कि संयुक्त राज्य अमेरिका, UK, जर्मनी जैसे देशों ने हिजबुल्ला (Hezbollah) को आतंकी संगठन घोषित किया हुआ है और इसकी गतिविधियों पर प्रतिबंध लगाया हुआ है। लेकिन UN यानी संयुक्त राष्ट्र इसे आतंकी संगठन घोषित करने से हर बार विफल हो जाता है। हिजबुल्ला का प्रमुख और इसका सबसे खतरनाक आतंकी हसन नसरल्लाह (Hassan Nasrallah) के X अकाउंट को कंपनी ने वैरिफाई कर ब्लू टिक दिया हुआ है। लेकिन जब TTP कंपनी ने इस बात का जैसे ही खुलासा किया, वैसे ही एलन मस्क की कंपनी हरकत में आई और तुरंत नसरल्ला के अकाउंट से ब्लू टिक हटा दिया। इससे पहले कंपनी के सेफ्टी अकाउंट से एक पोस्ट किया गया, जिसमें कंपनी ने लिखा था कि, “एक्स के पास हमारी मुद्रीकरण सुविधाओं के लिए एक मजबूत और सुरक्षित दृष्टिकोण है, जो हमारे भुगतान प्रदाताओं द्वारा स्वतंत्र स्क्रीनिंग के साथ-साथ कानूनी दायित्वों का पालन करता है। टेक ट्रांसपेरेंसी रिपोर्ट की लिस्ट में कई खातों को सीधे मंजूरी सूची में नामित नहीं किया गया है, जबकि कुछ अन्य में कोई भी सेवा प्राप्त किए बिना खाता चेक मार्क दिखाई दे सकता है, जो प्रतिबंधों के अधीन होगा। हमारी टीमों ने रिपोर्ट की समीक्षा की है और यदि आवश्यक हुआ तो कार्रवाई करेंगे। हम यह सुनिश्चित करने के लिए हमेशा प्रतिबद्ध हैं कि हम एक सुरक्षित, संरक्षित और अनुपालन मंच बनाए रखें।”
इन आतंकी संगठनों को TTP ने किया लिस्टेड इस रिपोर्ट से ये सनसनीखेज खुलासा करने वाली टेक ट्रांसपेरेंसी प्रोजेक्ट (Tech Transparancy Project) यानी TTP ने ऐसे 28 आतंकियों के नाम लिस्ट किए थे, जिनके X अकाउंट पर ब्लू टिक था। इसमें हसन नसरल्लाह समेत हिजबुल्ला के 2 आतंकी और लेबनान में संगठित, हूती विद्रोहियों, ईरान और रूस के स्टेट-रन मीडिया के खाते शामिल हैं। X ने इन सभी 28 अकाउंट होल्डर्स पर कार्रवाई करते हुए इनसे चेक मार्क छीन लिया है।
बड़ा सवाल- आखिर अकाउंट वेरिफिकेशन का क्या है पैमाना ? लेकिन बात यहीं खत्म नहीं होती। X की इस गैरजिम्मेदाराना हरकत पर अब काफी सवाल खड़े हो रहे हैं, कि सेफ्टी और सिक्योरिटी के बड़े-बड़े दावे और लंबी-चौड़ी पॉलिसी बनाने वाले कंपनी क्या आतंकियों के अकाउंट वेरिफाई करते वक्त अपने इन सिद्धांतों को चौराहे पर छोड़ देती हैं, इस वक्त उनकी सेफ्टी और सिक्योरिटी कहां चली जाती है। क्योंकि हसन नसरल्लाह सिर्फ एक नाम नहीं है, जिसे X ने चेक मार्क दिया था, ऐसे 28 आतंकियों के X अकाउंट को ब्लू टिक वेरिफाइड किया गया था। इसमें कंपनी ने हिजबुल्ला के एक और आतंकी और लेबनान-हूती विद्रोहियों के अकाउंट पर भी ब्लू टिक लगाया था।
किसे मिलता है चेक मार्क या ब्लू टिक जबसे टेस्ला के CEO Elon Musk, X के CEO बने हैं, तब से वो इस सोशल मीडिया साइट के कई नियम-कानूनों में बदलाव कर चुके हैं। आपको याद होगा कि पहले ब्लू टिक कंपनी सिर्फ उन लोगों को देती थी, जो प्रख्यात व्यक्तित्व के होते थे और कंपनी की एक रिसर्च टीम इन शख्सियतों की लोकप्रियता की जांच करती थी। लेकिन अब ऐसा नहीं है, अब नए नियमों के मुताबिक X का ब्लू टिक लेने के लिए यूजर्स को एक निश्चित राशि चुकानी पड़ती है, इस पेड सर्विस के बाद ही कंपनी चेक मार्क देती है, और तो और इन खास लोगों को कंपनी कई और तरह की सुविधाएं देती है, जिसे तकनीकी भाषा में प्रीमियम सर्विस कहा जाता है। इन सुविधाओं में एक निश्चित शब्द सीमा से ज्यादा शब्द लिखकर पोस्ट करना, लंबे टाइम ड्यूरेशन के वीडियो पोस्ट करना शामिल हैं और इन सबका इस्तेमाल ये हिजबुल्ला समेत कई आतंकी कर रहे थे।
कौन है हसन नसरल्लाह? बता दें कि हसन नसरल्लाह हिजबुल्ला (Hezbollah) आतंकी संगठन का प्रमुख है, वर्तमान में इस संगठन की सारी गतिविधियों का कर्ता-धर्ता यही शख्स है। हसन नसरल्लाह ईरान (Iran) के सर्वोच्च नेता अली खामनेई का बेहद करीबी है। वही अली खामनेई जिसने ईरान को आंतक की आग में झोंक दिया और जिसकी कुनीतियों और कुशासन की वजह से अमेरिका ने इस देश पर प्रतिबंध लगा रखा है। कई रिपोर्ट्स बताती हैं कि अली खामनेई और नसरल्लाह मिलकर लेबनान, लीबिया, सीरिया समेत कई देशों में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देते हैं। लेबनान तो पूरी तरह से हिजबुल्ला और नसरल्लाह की मुट्ठी में आ चुका है।